दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को दिल्ली शराब नीति मामले में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेता के कविता को 9 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। के कविता तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी हैं। कविता को प्रवर्तन निदेशालय ने 15 मार्च को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था।
मंगलवार की सुनवाई के दौरान, के कविता के वकील ने इस आधार पर उनके लिए अंतरिम जमानत की मांग की कि उनके नाबालिग बच्चे की परीक्षाएं हैं और बीआरएस नेता को एक मां के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करने की जरूरत है।
हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय ने अंतरिम जमानत याचिका में अपना जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा। दिल्ली ट्रायल कोर्ट 1 अप्रैल को के कविता की अंतरिम जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी।
शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कविता से ईडी कई बार पूछताछ भी कर चुकी है। बताया जा रहा है कि दो बार समन भेजने के बाद भी जब कविता पूछताछ के लिए नहीं आईं, तो ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
बीआरएस नेता ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए 16 जनवरी को इस मामले में नए दौर की पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश नहीं हुईं थीं। पिछले साल इस मामले में उनसे तीन बार पूछताछ की गई थी और केंद्रीय एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत उनका बयान दर्ज किया था। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी के कविता ने पहले कहा था कि कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और आरोप लगाया था कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ईडी का उपयोग कर रही हैं, क्योंकि बीजेपी तेलंगाना में बैक डोर से एंट्री नहीं कर सकती है।
अब ख़त्म हो चुके दिल्ली शराब नीति मामले के आरोपियों में से एक अमित अरोड़ा ने पूछताछ के दौरान के कविता का नाम लिया था। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि “साउथ ग्रुप” नामक एक शराब लॉबी थी, जिसने एक अन्य आरोपी विजय नायर के माध्यम से आम आदमी पार्टी (आप) के कई नेताओं को 100 करोड़ रुपये तक का भुगतान किया था।
ईडी के मुताबिक, ‘साउथ ग्रुप’ असल में दक्षिण के राजनेताओं, कारोबारियों और नौकरशाहों का ग्रुप है। इस ग्रुप में सरथ रेड्डी (अरबिंदो फार्मा के प्रमोटर), एम. श्रीनिवासुलु रेड्डी (वाईएसर कांग्रेस के लोकसभा सांसद), उनके बेटे राघव मगुंटा और कविता शामिल थे। इस ग्रुप का प्रतिनिधित्व अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुचीबाबू ने किया था। तीनों को ही शराब घोटाले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
प्रवर्तन निदेशालय ने यह भी आरोप लगाया है कि “साउथ ग्रुप” का हैंडलर के कविता का व्यापारिक सहयोगी है।
हालाँकि, बीआरएस एमएलसी ने कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और इसके बजाय भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तेलंगाना में ‘पिछले दरवाजे’ से प्रवेश पाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का ‘दुरुपयोग’ करने का आरोप लगाया है।
पिछले साल, के कविता से शराब नीति मामले में तीन बार पूछताछ की गई थी और जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान भी दर्ज किया था।