भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव में उन्हें मैदान में नहीं उतारने के पार्टी के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अतीत में उनके शब्दों के चयन से प्रसन्न नहीं हुए थे और उन्होंने उनसे कहा था कि उन्हें (साध्वी) माफ़ नहीं किया जाएगा।
बीजेपी के फैसले के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने पहले भी टिकट नहीं मांगा था और अब भी नहीं मांग रही हूं। मेरे पिछले बयानों में कुछ शब्दों के इस्तेमाल से शायद प्रधानमंत्री मोदी खुश नहीं हुए होंगे और उन्होंने कहा था कि मुझे माफ नहीं किया जाएगा। हालाँकि, मैंने पहले ही उनसे माफ़ी माँग ली थी।”
आम चुनाव के लिए शनिवार को जारी भाजपा की 195 उम्मीदवारों की पहली सूची से ठाकुर का नाम गायब था।
मौजूदा सांसद जो मालेगांव विस्फोट मामले में भी आरोपी हैं उनकी जगह पूर्व मेयर आलोक शर्मा को लाया गया है।
प्रज्ञा ठाकुर ने पार्टी के फैसले पर अपनी सहमति जताते हुए इस बात पर जोर दिया कि टिकट क्यों काटा गया, इस पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने 2019 में कहा था कि वह महात्मा गांधी के खिलाफ प्रज्ञा ठाकुर की पिछली टिप्पणियों से खुश नहीं हैं।
ठाकुर ने मई 2019 में नाथूराम गोडसे की ‘सच्चे देशभक्त’ के रूप में प्रशंसा करके विवाद खड़ा कर दिया था।
पीएम मोदी ने कहा था कि महात्मा गांधी के हत्यारे को सच्चा देशभक्त बताने के लिए वह साध्वी प्रज्ञा को कभी माफ नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा था, ”महात्मा गांधी का अपमान करने के लिए मैं प्रज्ञा ठाकुर को कभी माफ नहीं कर पाऊंगा।”
अपनी विवादास्पद टिप्पणी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, “मैं सच बोलती हूं, लेकिन मीडिया ने इसे विवादास्पद बयान के रूप में पेश किया है, जिससे मुद्दों को अनावश्यक तूल दिया जा रहा है।”
भोपाल सांसद ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी भाजपा छोड़ने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा, “संगठन को जहां भी मेरी जरूरत होगी, मैं उपलब्ध रहूंगी और मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, मैं उसे पूरा करूंगी।”