प्रवर्तन निदेशालय ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोपी तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। केंद्रीय एजेंसी ने जमीन हड़पने के आरोपों के संबंध में नया मामला दर्ज किया और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामले में एक नई प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की जो एक एफआईआर के बराबर है।
प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को शाहजहां शेख से जुड़े पश्चिम बंगाल के एक कारोबारी के परिसर पर भी छापेमारी की। हावड़ा में उनके आवास के साथ-साथ संदेशखाली में अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। कोलकाता में एक पूर्व सरकारी कर्मचारी अरूप सोम के आवास पर ईडी की छापेमारी की गई।
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कथित सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) घोटाला मामले में शाहजहां शेख के खिलाफ चल रही जांच में ईडी ने शुक्रवार को राज्य में लगभग 6 स्थानों पर छापेमारी की।
ताजा छापेमारी ईडी द्वारा शाहजहां को समन जारी करने के एक दिन बाद हुई, जिसमें उन्हें 29 फरवरी को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। पश्चिम बंगाल के पूर्व खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक कथित घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए पहले से ही हिरासत में हैं।
संदेशखाली में लगातार हिंसा जारी है। गुरुवार दोपहर ताजा तनाव उत्पन्न हो गया, जब गुस्साए ग्रामीणों ने फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के छोटे भाई शेख सिराजुद्दीन की संपत्ति को जला दिया। संदेशखाली में गुस्साए ग्रामीणों ने एक स्थानीय खेल के मैदान पर भी कब्जा कर लिया, जिस पर कथित तौर पर फरार नेता और उसके सहयोगियों ने जबरदस्ती कब्जा कर लिया था।
उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर संदेशखाली में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन चल रहा है।
5 जनवरी को राशन घोटाले के सिलसिले में उसके परिसर की तलाशी लेने गए प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर कथित तौर पर उससे जुड़ी भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसके बाद से शाहजहां फरार हो गया है।