बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 84 प्रतिशत स्मार्टफोन उपयोगकर्ता जागने के 15 मिनट के भीतर अपना फोन चेक करते हैं। रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि जागने का लगभग 31 प्रतिशत समय स्मार्टफोन पर व्यतीत होता है और लोग दिन में औसतन 80 बार अपने डिवाइस को चेक करते हैं।
Reimagining Smartphone Experience: How ‘Surfaces’ can play a key role in making the phone smarter शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग अपना 50 प्रतिशत समय स्ट्रीमिंग के लिए स्मार्टफोन पर बिताते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, स्मार्टफोन पर बिताया जाने वाला समय साल 2010 के मुकाबले अब लगभग दो घंटे से बढ़कर लगभग 4.9 घंटे हो गया है। जबकि 2010 में, फोन पर बिताया गया 100% समय टेक्स्ट या कॉल पर खर्च होता था, साल 2023 में यह केवल 20-25 प्रतिशत रह गया।
रिपोर्ट में स्ट्रीमिंग और शॉपिंग जैसे कामों के लिए स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल पर भी गौर किया गया है। इसमें पता चला है कि यूजर्स लगभग अपना आधा समय स्ट्रीमिंग ऐप्स पर बिताते हैं, जिसमे गेमिंग और शॉपिंग का हिस्सा 5 से 8 प्रतिशत है।
18-24 आयु वर्ग के लोग 35 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की तुलना में इंस्टाग्राम रील्स, यूट्यूब शॉर्ट्स आदि जैसे शॉर्ट फॉर्म वीडियो पर अधिक समय बिताते पाए गए।
रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि दो में से एक बार लोग डिवाइस की जरूरत से ज्यादा आदत के कारण फोन उठाते हैं।
लोगों के जीवन में स्मार्टफोन के महत्व में वृद्धि पर प्रकाश डालते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि डिवाइस चाबियों या वॉलेट से अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में सस्ते डेटा की उपलब्धता के कारण अधिकांश आबादी के लिए इंटरनेट तक पहली पहुंच मोबाइल फोन है।