मुंबई के दहिसर इलाके में फेसबुक लाइवस्ट्रीम करते समय एक शिवसेना (यूबीटी) नेता को गोली मार दी गई। बाद में गोली लगने से उनकी मृत्यु हो गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, शिवसेना (यूबीटी) नेता विनोद घोसालकर के बेटे और पूर्व नगरसेवक अभिषेक घोसालकर, मौरिस नोरोन्हा नामक व्यक्ति के साथ फेसबुक लाइव कर रहे थे। मौरिस नोरोन्हा फिर लाइवस्ट्रीम छोड़ देता है और बाद में घोसालकर पर तीन बार गोली चलाता है। पुलिस ने बताया कि इसके बाद मौरिस भाई ने खुद को भी गोली मार ली और उसकी भी मौत हो गई।
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प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मौरिस नोरोन्हा बोरीवली पश्चिम का निवासी था और एक सामाजिक कार्यकर्ता होने का दावा करता था जो चुनाव लड़ने की आकांक्षा रखता था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर राजनेताओं के साथ कई तस्वीरें साझा की थीं।
अब ये मामला मुंबई पुलिस की अपराध शाखा को सौंपा गया है। इस मामले में पुलिस ने मेहुल नाम के शख्स को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ चल रही है। करीब 7 घंटे तक घटनास्थल की जांच के बाद पुलिस ने एक पिस्तौल, एक जिंदा कारतूस और सीसीटीवी फुटेज बरामद किया है।
मुंबई पुलिस की ओर से 2 अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। एक एफआईआर शिवसेना (यूबीटी) नेता अभिषेक घोषालकर की हत्या के लिए और दूसरी एडीआर (एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट) मौरिस नोरोन्हा की आत्महत्या के लिए दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, अभिषेक घोषालकर और मौरिस नोरोन्हा के ऑफिस एक-दूसरे के अगल-बगल थे। लोकल लोगों ने बताया कि स्थानीय राजनीति पर हावी होने के लिए उनके बीच खींचतान चल रही थी।
मुंबई पुलिस के मुताबिक फायरिंग में जिस हथियार का इस्तेमाल हुआ है वो अवैध हथियार होने की आशंका है। मुंबई पुलिस की माने तो मुंबई पुलिस की तरफ से मौरिस को कोई लाइसेंस हथियार का जारी नही किया गया था। मौरिस के पास हथियार कहा से आया कैसे मिला इसकी जांच की जायेगी।
एक पोस्ट में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र में गुंडा राज। अभिषेक घोसालकर को गोली मारने वाला मौरिस नोरोन्हा चार दिन पहले वर्षा बंगले में था। मुख्यमंत्री ने उनसे मुलाकात की। मौरिस को शिंदे सेना में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया। गृह मंत्री के रूप में फड़नवीस पूरी तरह विफल हैं। इस्तीफा दें!”
शिवसेना (UBT) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा, “महाराष्ट्र में इस समय अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। आमदार हों या खासदार हों कोई सुरक्षित नजर नहीं आ रहा है। क्या विपक्षी लोगों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है? मुख्यमंत्री से लेकर पूरी की पूरी NDA सरकार पूरी तरह से कानून व्यवस्था बनाए रखने में असफल हो गई और ये सरकार राम राज्य लाने का वादा करती है। ऐसी सरकार को हम पूरी तरह से उखाड़ फेकेंगे।”
बता दें कि अभी दो दिन पहले ही भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ ने महाराष्ट्र के उल्हासनगर में हिल लाइन पुलिस स्टेशन में एक वरिष्ठ पुलिसकर्मी के केबिन के अंदर शिवसेना नेता महेश गायकवाड़ को गोली मार दी थी। दोनों राजनेता और उनके समर्थक लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवाद पर शिकायत दर्ज कराने के लिए एकत्र हुए थे। इस घटना में शिवसेना विधायक राहुल पाटिल भी घायल हो गये थे।
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