यात्रियों के रनवे पर बैठकर खाना खाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो और मुंबई एयरपोर्ट दोनों को नोटिस जारी किया है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा सोमवार आधी रात को मंत्रालय के सभी अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद मंगलवार सुबह कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। दोनों पक्षों से इस मामले पर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।
नोटिस में घटना के लिए मुंबई हवाई अड्डे और इंडिगो दोनों को जिम्मेदार ठहराया गया और उन्हें “स्थिति की आशंका और हवाई अड्डे पर यात्रियों के लिए उचित सुविधा व्यवस्था करने में सक्रिय नहीं होने” के लिए दोषी ठहराया गया है।
मंत्रालय ने चेतावनी दी कि, “अगर तय समय में जवाब नहीं मिला तो वित्तीय दंड सहित प्रवर्तन कार्रवाई शुरू की जाएगी।”
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सरकारी नोटिस में कहा गया, “विमान को एक रिमोट बे सी-33 आवंटित किया गया था (संपर्क स्टैंड के बजाय – एक विमान पार्किंग स्टैंड जो यात्रियों को एक आवंटित बोर्डिंग गेट से विमान तक आने-जाने के लिए उपयुक्त है), जिसने यात्रियों की परेशानियों को और बढ़ा दिया और उन्हें टर्मिनल पर शौचालय और जलपान जैसी बुनियादी सुविधाओं का लाभ उठाने के अवसर से वंचित कर दिया।”
मंत्रालय ने आगे कहा कि उड़ान संचालन “यात्री सुविधा, निर्धारित सुरक्षा मानदंडों और परिचालन मुद्दों को ध्यान में रखे बिना” हुआ।
इंडिगो को भेजे गए कारण बताओ नोटिस में कहा गया, “इंडिगो ने सुरक्षा जांच की प्रक्रिया का पालन किए बिना, 15.01.2024 को मुंबई हवाई अड्डे पर उड़ान 6E 2195 से यात्रियों को एप्रन पर उतरने की अनुमति दी और फिर उन्हें उड़ान 6E 2091 पर चढ़ा दिया, जो उपर्युक्त आदेशों का उल्लंघन है। इसके अलावा, विमान ऑपरेटर द्वारा घटना की सूचना बीसीएएस (नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो) को नहीं दी गई, जो विमान (सुरक्षा) नियम, 2023 के नियम 51 का उल्लंघन है।
घटना की रिपोर्टिंग में विफलता के संबंध में उन्हीं मानदंडों के उल्लंघन के लिए मुंबई हवाई अड्डे की खिंचाई की गई है। नोटिस में कहा गया है, ”मुंबई के हवाईअड्डा सुरक्षा समूह (एएसजी) को भी स्थिति के बारे में पहले से आगाह नहीं किया गया था।”