सीट-बंटवारे को लेकर विपक्षी इंडिया ब्लॉक में दरार का संकेत देते हुए, पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होनें कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “सेवा करने में व्यस्त” हैं। चौधरी ने यह भी कहा कि बनर्जी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं चाहती थीं और कहा कि उनकी पार्टी आम चुनाव में अपने दम पर चुनाव लड़ सकती है।
उन्होनें कहा, “हमने भीख नहीं मांगी। ममता बनर्जी ने खुद कहा कि वह गठबंधन चाहती हैं। हमें ममता बनर्जी की दया की जरूरत नहीं है। हम अपने दम पर चुनाव लड़ सकते हैं। ममता बनर्जी वास्तव में गठबंधन नहीं चाहतीं क्योंकि वह पीएम मोदी की सेवा में व्यस्त हैं।”
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेता ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को दो सीटों की पेशकश के बारे में पूछा गया।
सूत्रों ने बताया कि टीएमसी का मानना है कि राज्य में प्रमुख पार्टी को सीट-बंटवारे पर अंतिम फैसला लेने की अनुमति दी जानी चाहिए।
सूत्रों के अनुसार, सीट-बंटवारे की संख्या एक स्पष्ट फॉर्मूले पर आधारित है, जिसमें आगामी संसदीय चुनाव और राज्य विधानसभा चुनावों पर एक नजर शामिल है।
टीएमसी ने इंडिया ब्लॉक संयोजक के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अपनी पसंद को भी दोहराया। पार्टी सूत्रों ने कहा कि हालांकि पार्टी के पास बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार के खिलाफ कुछ भी नहीं है, लेकिन उनका मानना है कि विपक्षी गठबंधन के संयोजक के रूप में खड़गे का बेहतर प्रभाव होगा।
सूत्रों ने कहा कि टीएमसी का यह भी मानना है कि दलित समुदाय से आने वाले खड़गे बेहतर विकल्प हैं क्योंकि वह 58 सीटों पर प्रभाव डाल सकते हैं।
दिसंबर में दिल्ली में आयोजित विपक्षी इंडिया ब्लॉक की बैठक के दौरान, यह निर्णय लिया गया था कि 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे की बातचीत को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाना चाहिए।
टीएमसी ने सीट-बंटवारे के विवरण को 31 दिसंबर 2023 तक अंतिम रूप देने की मांग की थी। हालाँकि यह समय सीमा बीत चुकी है, लेकिन इंडिया ब्लॉक अभी तक सीट-बंटवारे पर आम सहमति पर नहीं पहुंच पाया है।