भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच समिति बनाने की मांग की है। निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि “संसद में सवाल पूछने के लिए नकदी और उपहारों के बदले महुआ मोइत्रा और एक व्यवसायी के बीच रिश्वत का आदान-प्रदान हुआ।” उन्होंने महुआ मोइत्रा को सदन से तत्काल निलंबित करने की मांग की।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को संबोधित दो पेज के पत्र में दुबे ने आरोप लगाया, “जब भी संसद सत्र होता है, तो मोहुआ मोइत्रा और सौगत रॉय के नेतृत्व में अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की चिल्लाने वाली ब्रिगेड, किसी न किसी बहाने हर किसी के साथ लगातार दुर्व्यवहार करके सदन की कार्यवाही को बाधित करती है।”
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उन्होंने आगे कहा कि हाल तक लोकसभा में उनके द्वारा पूछे गए 61 में से 50 प्रश्न अडानी समूह पर केंद्रित थे, जो एक व्यापारिक समूह है, जिस पर टीएमसी सांसद अक्सर कदाचार का आरोप लगाते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस नेताओं की रणनीति ने ‘आम लोगों के मुद्दों और सरकार की नीतियों पर बहस करने के अन्य सदस्यों के संवैधानिक अधिकारों’ का उल्लंघन किया है।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रतिनिधित्व का पर्दाफाश हो गया है और उन्होंने महुआ मोइत्रा पर “लोकसभा में प्रश्न पूछने के बदले व्यवसायी से धन जुटाने, दूसरे व्यापारिक समूह को निशाना बनाने” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महुआ को दिया गया ‘फ़ायरब्रांड सांसद’ का खिताब “एक दिखावा के अलावा कुछ नहीं” है।
दुबे के आरोपों का जवाब देते हुए, महुआ मोइत्रा ने कहा कि वह उनके खिलाफ किसी भी प्रस्ताव का “स्वागत” करती हैं।
उन्होंने कहा, “फर्जी डिग्रीवालों और अन्य भाजपा दिग्गजों के खिलाफ विशेषाधिकारों के कई उल्लंघन लंबित हैं। स्पीकर द्वारा उनसे निपटने के बाद मेरे खिलाफ किसी भी प्रस्ताव का स्वागत है। साथ ही मेरे दरवाजे पर आने से पहले अदानी कोयला घोटाले में ईडी और अन्य लोगों द्वारा एफआईआर दर्ज करने का इंतजार कर रही हूं।”
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वहीं इस मामले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “निशिकांत दुबे एक सम्मानित सांसद हैं, वे तथ्यों के साथ खड़े होते हैं। संसद में उनकी विश्वसनीयता है। अगर उन्होंने पत्र लिखा है तो उनकी विश्वसनीयता को नकारा नहीं जा सकता।”
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केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा, “आज संसद की बहस का दिन नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि देश के चौथे स्तंभ को इन बातों पर नज़र रखनी चाहिए। मैं जब पहली बार संसद गया था तो अटल जी ने मुझसे कहा था कि हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि हम यहां आकर अपने जनता की बात करें, हम किसी के मोहरे न बनें।”
शिवसेना(UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, “अडानी ग्रुप हो या किसी उद्योगपति को लेकर जब प्रश्न पूछा जाता है तो बीजेपी के पेट में बहुत दर्द होता है और फिर वो अनाप-शनाप आरोप लगाने लगते हैं। महुआ मोइत्रा टीएमसी की बहुत ही जुझारू नेता हैं पूरे देश में उनका नाम हैं। उनको हतोत्साहित करने की ये कोशिश है। मैं उनको जानता हूं वो ऐसे आरोप से पीछे हटने वाली नहीं हैं। ये लोग सबको बदनाम करते हैं…ये सबके ऊपर आरोप लगाते हैं। आप पीएम केयर फंड के बारे में जवाब दीजिए। राहुल गांधी ने आपसे पैसे की लेन-देन के बारे में 10 सवाल पूछा था आप उसका जवाब दीजिए। 2024 में आप सत्ता में नहीं आ रहे हैं INDIA गठबंधन आने वाली है।”
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