इजराइल और हमास आतंकवादी समूह के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर पुलिस को संभावित असामाजिक गतिविधियों पर सुरक्षा एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद शुक्रवार को दिल्ली और कुछ अन्य राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया। विवरण के अनुसार, शुक्रवार की नमाज के दौरान निगरानी रखने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था। इज़रायली दूतावास और यहूदी धार्मिक प्रतिष्ठानों सहित संवेदनशील क्षेत्रों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने देश में रहने वाले इजरायलियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भी सतर्क किया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और गोवा में राज्य अधिकारियों को इजरायली राजनयिकों, कर्मचारियों और पर्यटकों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
यह अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी समेत कई देशों द्वारा इजरायल में बढ़ती हिंसा के मद्देनजर “संभावित यहूदी ठिकानों” और “फिलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारियों” के आसपास सुरक्षा बढ़ाने के बाद आया है।
इससे पहले शुक्रवार तड़के, ‘ऑपरेशन अजय’ के तहत इज़राइल से भारतीय नागरिकों की वापसी हुई। उड़ान में युद्धग्रस्त क्षेत्र में रहने वाले 211 वयस्क और एक बच्चा सवार था।
इज़राइल ने गाजा पर शासन करने वाले इस्लामिक आतंकवादी समूह हमास के खिलाफ हमले की कसम खाई है। हमास के लड़ाके 7 अक्टूबर को सीमा बाड़ को तोड़कर देश के दक्षिण में हवा, जमीन और समुद्र के माध्यम से घुस गए थे। इज़रायली सेना ने कहा कि इज़रायल में 222 सैनिकों सहित 1,300 से अधिक लोग मारे गए हैं। मिस्र और सीरिया के साथ 1973 के हफ्तों तक चले युद्ध के बाद मौतों की इतनी बड़ी संख्या नहीं देखी गई है। वहां के अधिकारियों के अनुसार, हमास शासित गाजा पट्टी में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 1,417 लोग मारे गए हैं।