राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि लिपस्टिक और बॉब-कट हेयर स्टाइल वाली महिलाएं महिला आरक्षण विधेयक के नाम पर आगे आएंगी। सिद्दीकी ने कहा, “महिला आरक्षण में अति पिछड़ा, पिछड़ा, दूसरा का भी कोटा तय कर दीजिए तब तो ठीक है, वरना महिला के नाम पर पाउडर, लिपस्टिक और बॉब कट वाली औरत चली आएगी नौकरी में तो आपकी महिलाओं को हक मिलेगा?” सिद्दीकी ने यह बयान बिहार के मुजफ्फरपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिया।
https://x.com/BiharWatch_/status/1708050220997857686?s=20
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा, “लिपस्टिक और बॉब कट हेयर स्टाइल वाले लोग महिला आरक्षण के नाम पर आगे आएंगे। सरकार को इसके बजाय पिछड़े समुदायों की महिलाओं के लिए आरक्षण देना चाहिए।” राजद नेता ने अपने समर्थकों को आगामी लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक टेलीविजन और सोशल मीडिया से दूर रहने की भी सलाह दी।
उन्होंने कहा, “आपको अपने दिमाग का इस्तेमाल किए बिना टीवी देखना और सोशल मीडिया पर समय बिताना बंद कर देना चाहिए।”
इसके अलावा, सिद्दीकी ने अपने समर्थकों से अपने हिस्से के लिए लड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “आइए हम अपने पूर्वजों के अपमान को याद रखने का संकल्प लें। हम अपने बच्चों को शिक्षित करेंगे और अपने हिस्से के लिए लड़ेंगे।”
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के करीबी के इस बयान से सियासत गरमा गई है। सिद्दीकी के बयान का भाजपा ने पटलवार किया है।
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, “कांग्रेस पार्टी इसी समाजवादी, RJD, JDU के डर से जो इस प्रकार के वक्तव्य देते हैं कि बॉब कट और लिपस्टिक वाली महिलाएं आ जाएंगी, उनके समर्थन को प्राप्त करने के चक्कर में आपने महिलाओं को उनका अधिकार नहीं दिलाया।”
बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा, ”यह उनकी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है। महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं। ऐसे बयान देना उनकी असभ्य मानसिकता को दर्शाता है। वे चाहते हैं कि महिलाएं केवल घरेलू काम करें, बाहरी दुनिया के लिए योगदान न दें।”
https://x.com/ANI/status/1708039266528538725?s=20
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा, ”चुनाव जीतकर संसद में आने वाली महिलाएं न केवल महिलाओं के अधिकारों को बल्कि जनता और हर आम आदमी के अधिकारों को भी आगे रख रही हैं। बिल्कुल एक गाड़ी के दो पहियों की तरह, संसद और विधानसभा में महिलाएं और पुरुष मिलकर जनहित के लिए कानून बनाएंगे।”
https://x.com/ANI/status/1708029092661195247?s=20
हालांकि बाद में राजद नेता ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य “ग्रामीण लोगों के लिए समझने में आसानी” है। उन्होंने आगे कहा कि उनका अपने बयान से किसी को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा, “RJD के अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ की एक रैली थी, उसमें गांव की सैकड़ों महिलाएं आई थी। हमने उन्हें समझाने के लिए इस भाषा का इस्तेमाल किया था। हमारा मकसद किसी को आहत करने का नहीं था। अगर कोई हमारी भाषा से आहत हुआ है तो हम खेद व्यक्त करते हैं।”
https://x.com/ANI/status/1708043398538817560?s=20