दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव से पहले भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के एआईसीसी प्रभारी कन्हैया कुमार ने कहा कि आरएसएस से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को दिल्ली प्रशासन और पुलिस का समर्थन प्राप्त है। कन्हैया ने कहा कि एबीवीपी पार्टी दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों में डर फैला रही है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र देश भर से शिक्षा के लिए आते हैं और इस तरह की हिंसा का उन पर बुरा प्रभाव पड़ने वाला है।
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एनएसयूआई ने आरोप लगाया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव प्रचार के दौरान एबीवीपी छात्रों को डरा धमका रही है। एनएसयूआई ने कहा है कि एबीवीपी के कार्यकर्ता सरेआम गुंडागर्दी कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन, स्थानीय प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन एबीवीपी की मदद कर रहे हैं। एनएसयूआई का कहना है कि एबीवीपी की इस गुंडागर्दी का जवाब दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र 22 सितंबर को छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई को चारों पदों पर जीत के साथ देने वाले हैं। ये बातें गुरुवार को कांग्रेस मुख्यालय में एनएसयूआई प्रभारी कन्हैया कुमार और एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने प्रेस वार्ता में कहीं।
एनएसयूआई प्रभारी और जवाहरलाल विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि चुनाव के नाम पर एबीवीपी गुंडागर्दी कर रही है। एबीवीपी के लोग गर्ल्स हॉस्टल के फेस्ट में जबरदस्ती घुस रहे हैं, गेट तोड़े जा रहे हैं। खासकर पूर्वांचल, पूर्वोत्तर व दक्षिण भारत के छात्रों को डराया जा रहा है। ये वातावरण दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को कलंकित करता है।
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उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय देश का एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है, जहां देश के अलग-अलग हिस्सों के साथ विदेश के छात्र भी पढ़ने आते हैं। ऐसे में हिंसक घटनाओं के वीडियो वायरल होने के बाद छात्रों के अभिभावकों को चिंता हो रही है। लेकिन जिस तरह से शासन-प्रशासन द्वारा एक खास संगठन, एक विशेष विचारधारा के लोगों को संरक्षण दिया जा रहा है, इससे उनकी गुंडागर्दी की प्रवृत्ति को बल मिल रहा है।
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कन्हैया कुमार ने कहा कि एबीवीपी खुद गुंडागर्दी कर रही है, लेकिन मीडिया को भ्रमित करते हैं कि ये सब एनएसयूआई कर रही है। एबीवीपी ज्ञान, शील, एकता लिखती है, लेकिन ये अज्ञान, अश्लील, अराजकता है। पिछले एक महीने में एबीवीपी ने जो गुंडागर्दी और हिंसा की है, यह बहुत ही शर्मनाक है। सरकार और प्रशासन में बैठे लोगों को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी।
कन्हैया कुमार ने कहा कि वह एबीवीपी से कहना चाहते हैं कि एनएसयूआई कमजोर नहीं है, एनएसयूआई डरने वाली नहीं हैं। एनएसयूआई दिल्ली विश्वविद्यालय का माहौल बिगड़ने नहीं देगी। दिल्ली विश्वविद्यालय का एक-एक छात्र जानता है कि एबीवीपी की पिछले चार सालों की अराजकता पर केवल एनएसयूआई ही पूर्ण विराम लगा सकती है। एबीवीपी की गुंडागर्दी का जवाब दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र 22 सितंबर को देने वाले हैं।
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वहीं एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी कार्यकर्ताओं गुंडागर्दी कर रहे हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय को हिंसा में झोंका जा रहा है। उम्मीदवारों की गाड़ियां तोड़ी जा रही हैं। कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि एबीवीपी के कार्यकर्ता सरेराह गुंडागर्दी कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन, स्थानीय प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन एबीवीपी के साथ खड़े हुए हैं। इस चुनाव में जिस तरीके से गुंडागर्दी की जा रही है, उससे दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों पर बुरा असर पड़ेगा। एबीवीपी छात्रों को डराने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम गांधी जी, नेहरू जी और अंबेडकर जी की विचारधारा पर चलने वाले लोग हैं। हम डरेंगे नहीं। 22 सितंबर को चुनावों में एनएसयूआई चारों पदों पर जीत दर्ज करेगी।
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बता दें कि कोविड-19 महामारी के कारण तीन साल के अंतराल के बाद शुक्रवार को डूसू चुनाव होने हैं। चार मुख्य छात्र संगठन एबीवीपी, वाम समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (एआईएसए), स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया और कांग्रेस का नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) हैं।