भारतीय जनता पार्टी जनपद भदोही के विधि विभाग के संयोजक आनन्द कुमार शुक्ल ने एक विधिक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए यह बताया कि पुलिस व राजस्व विभाग के आपसी तनातनी में जमीनी विवाद में जनता किस प्रकार से परेशान होती है।
आनन्द शुक्ल ने कहा कि भदोही जनपद के सभी थानों पर आए दिन जितने भी शिकायत एवं केस दर्ज किए जाते हैं, वो शिकायत व केस दूसरे पक्ष से बिना बातचीत के ही दर्ज कर लिया जाता है। जमीनी विवाद में उप जिला अधिकारी या जिला अधिकारी के आदेश को भी नजर अंदाज करके थाना व चौकी इंचार्ज फर्जी शिकायत करने वाले से कुछ धन या रुपये के लालच में आकर पुलिस अपना इमान बेचकर तुरंत शिकायत को केस में तब्दील करने का काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि दूसरा पक्ष राजनीतिक, प्रशासनिक या आर्थिक रुप से मजबूत पकड़वाला हो तो उसके सामने पुलिस वाले मेमना बन जाते हैं। लेकिन अधिक्तर राजस्व विभाग के मामले में NCR के रुप में CRPC की धारा 504,506,323 के अलावा 107/16 या फिर 151 का चलान काटकर परेशान करते हैं। जब विधिक द्वारा पुछा जाता है तो एक ही सुर में यही कहते हैं कि बड़े अधिकारियों का प्रेसर हैं, इसलिए मै कुछ नहीं कर सकता।
उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि वो ऐसे मामलों को प्रकाश में लाएं क्योंकि पुलिस की ऐसी भूमिका चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि जब तक राजस्व विभाग के द्वारा लिखित रूप से कोई शिकायत पर स्वप्रमाणीत हस्ताक्षर न हो, तब तक मामला ना दर्ज किया जाए। यदि उसके बावजूद भी थाना प्रभारी या निरीक्षक और चौकी इंचार्ज द्वारा राजस्व विभाग के मामले में किसी भी प्रकार का कानूनी कार्रवाई करने की चेष्टा करते हैं तो जिला पुलिस अधीक्षक त्वरित कार्यवाही करते हुए उन सभी को पहली गलती पर लाइन हाजिर करे और यदि ऐसा दूसरी बार करते हुए पाए गये या उनके खिलाफ कोई संलिप्ता पाई जाए तो तत्काल प्रभाव से जिला अधीक्षक द्वारा सस्पेंड कर दिए जाने का आदेश दें।
जिला पुलिस अधीक्षक से उन्होंने अपील की कि वो सभी थानों पर सर्कुलर जारी करके अपने पुलिस विभाग को थाना स्तर के समस्त अधिकारी व सिपाही पर कड़ी नजर रखने के लिए कहें।