कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर आदिवासी समुदायों को जंगलों तक सीमित रखने और उन्हें ‘आदिवासी’ के बजाय ‘वनवासी’ कहकर भूखंडों के मूल स्वामित्व के दर्जे से वंचित करने का आरोप लगाया। वायनाड सांसद ने उस मुद्दे को ही दोबारा दोहराया जो उन्होंने कुछ दिन पहले राजस्थान में पार्टी की एक रैली को संबोधित करते हुए उठाया था। उन्होंने कहा था कि भाजपा, आदिवासी समुदाय को आदिवासी के बजाय “वनवासी” कहकर उनका “अपमान” करती है और उद्योगपतियों को सौंपने के लिए उनकी वन भूमि छीन लेती है।
वायनाड जिले के मनन्थवाडी क्षेत्र के नल्लूरनाद में डॉ. अंबेडकर जिला मेमोरियल कैंसर सेंटर में एचटी (हाई टेंशन) कनेक्शन का उद्घाटन करने के बाद, गांधी ने आरोप लगाया कि आदिवासियों को वनवासी कहने के पीछे एक “विकृत तर्क” है। यह इस बात से इनकार करना है कि आप (आदिवासी) ज़मीन के मूल मालिक हैं और आपको जंगल तक ही सीमित रखना है।
उन्होंने कहा, “यह आपको (आदिवासियों को) जमीन के मूल मालिक के अधिकार से वंचित करता है और इसका मकसद आपको जंगल तक ही सीमित रखना है।’ राहुल गांधी ने कहा, ‘इसका मतलब यह है कि आप जंगल से संबंध रखते हैं और आपको जंगल नहीं छोड़ना चाहिए।”
The term "Vanvasi" denies your status as the original owner of India and confines you to the jungle. The concept behind this term implies that you belong in the jungle and should never leave it. This notion is unacceptable to us.
This word is a distortion of your history.
:… pic.twitter.com/Upn1Ie4yDH— Congress (@INCIndia) August 13, 2023
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह विचारधारा उनकी पार्टी को स्वीकार्य नहीं है क्योंकि वनवासी शब्द आदिवासी समुदायों के इतिहास और परंपराओं ‘तोड़-मरोड़कर पेश’ करता है और यह देश के साथ उनके रिश्ते पर एक ‘हमला’ है। उन्होंने कहा, ‘हमारे (कांग्रेस के) लिए आप आदिवासी हैं, भूमि के मूल मालिक हैं।’
उन्होंने कहा, “हमारे (कांग्रेस) लिए आप आदिवासी हैं, जमीन के मूल मालिक हैं।”
गांधी ने आगे कहा कि चूंकि आदिवासी जमीन के मूल मालिक हैं, इसलिए उन्हें जमीन और जंगलों पर अधिकार दिया जाना चाहिए और “वे जो चाहें करने की कल्पना करने की अनुमति दी जानी चाहिए”। उन्हें शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय आदि के वे सभी अवसर दिये जाने चाहिए जो देश में अन्य सभी को दिये जाते हैं।
Adivasi is the original owner and should be granted rights to the land and forests, and they should be allowed the freedom to pursue their aspirations and endeavors.
: Shri @RahulGandhi
📍 Wayanad pic.twitter.com/nURTyiEcAr
— Congress (@INCIndia) August 13, 2023
उन्होंने कहा, “आपको (आदिवासियों को) प्रतिबंधित या वर्गीकृत नहीं किया जाना चाहिए। पूरा ग्रह आपके लिए खुला होना चाहिए।”
गांधी ने कहा कि आदिवासी शब्द का अर्थ एक विशेष ज्ञान, जिस पृथ्वी पर हम रहते हैं उसके पर्यावरण की समझ और ग्रह के साथ संबंध से है।
उन्होंने यह भी कहा कि आधुनिक समाज द्वारा जंगलों को जलाने और प्रदूषण फैलाने के बाद ‘पर्यावरण’ और ‘पर्यावरण संरक्षण’ शब्द अब फैशनेबल हो गए हैं। हालाँकि, आदिवासी हजारों वर्षों से पर्यावरण की रक्षा की बात कर रहे हैं तो हमें आपसे बहुत कुछ सीखना है।”
कैंसर सेंटर के बारे में कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नए बिजली कनेक्शन से क्षेत्र में लगातार बिजली कटौती के कारण डॉक्टरों और मरीजों को होने वाली समस्याओं का समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें इसके लिए एमपीएलएडीएस फंड से 50 लाख रुपये प्रदान करने में खुशी हो रही है और कहा कि जिले के अधिकारियों द्वारा किए गए अच्छे काम के परिणामस्वरूप अस्पताल को अतिरिक्त 5 करोड़ रुपये मिलेंगे। उन्होंने कहा, ”मुझे विश्वास है कि इसका उपयोग उत्पादक ढंग से किया जाएगा।”
I am very happy to inaugurate this new part of the hospital. I was informed that the hospital used to experience power cuts, causing inconvenience to patients and doctors. I hope this new electricity line will put an end to this issue.
I am happy to contribute 50 lakhs from the… pic.twitter.com/pwBotUr9Ig
— Congress (@INCIndia) August 13, 2023
कार्यक्रम में उन्होंने मोबाइल स्तन कैंसर स्क्रीनिंग इकाइयां रखने का विचार भी रखा, जो घरों में जाकर महिलाओं की बीमारी की जांच कर सकें। उन्होंने यह विचार सुझाते हुए कहा कि उन्हें पता चला है कि यहां बहुत सी महिलाओं में स्तन कैंसर पाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मोबाइल स्क्रीनिंग यूनिट होने से हमें बीमारी को जल्दी पकड़ने और उनकी जान बचाने में मदद मिलेगी।”
राहुल ने कहा कि जब मैं वायनाड आता हूं तो मुझे बहुत खुशी होती है। मैं वायनाड के लोगों के साथ एक जुड़ाव साझा करता हूं, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से हों। बेशक, हमारे बीच वैचारिक मतभेद हैं, लेकिन जब मुझे अयोग्य घोषित किया गया, तो पूरे वायनाड ने मेरा समर्थन किया। मैं पूरे वायनाड क्षेत्र को अपने परिवार का हिस्सा मानता हूं।
I am very happy when I visit Wayanad. I share a connection with the people of Wayanad, irrespective of the political party they belong to. Of course, we have ideological differences, but when I was disqualified, the entire Wayanad supported me.
I consider the entire Wayanad… pic.twitter.com/nCYWzL3sqy
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बता दें कि गांधी दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को केरल पहुंचे थे। वायनाड के सांसद के रूप में लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद उनकी पहली यात्रा थी।