प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का लोकार्पण करेंगे। संसद के नवनिर्मित भवन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को पीएम मोदी से भेंट कर उनसे इस भवन लोकार्पण के लिए आग्रह किया। सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा, “नए संसद भवन का निर्माण अब पूरा हो गया है और नया भवन आत्मनिर्भर भारत (आत्मनिर्भर भारत) की भावना का प्रतीक है।”
Prime Minister @narendramodi will dedicate the newly constructed Parliament building to the Nation on 28 May, 2023. pic.twitter.com/eFzAlvA6ru
— All India Radio News (@airnewsalerts) May 18, 2023
मालूम हो कि लोकसभा और राज्यसभा- दोनों सदनों ने 5 अगस्त, 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था। इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन का शिलान्यास किया गया। संसद के नवनिर्मित भवन को गुणवत्ता के साथ रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है।
Prime Minister Narendra Modi will dedicate the newly constructed Parliament building to the Nation on 28 May, 2023.
Lok Sabha Speaker Om Birla met Prime Minister Narendra Modi on Thursday and invited him to inaugurate the New Parliament Building. Construction of the New… pic.twitter.com/d0kjUsKCQt
— ANI (@ANI) May 18, 2023
संसद के नवनिर्मित भवन में 1200 से अधिक सांसद बैठ सकते हैं। लोकसभा में 888 जबकि राज्यसभा में 384 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था की गई है। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैम्बर में ही आयोजित होगा।
टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा निर्मित नए संसद भवन में भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान हॉल, संसद सदस्यों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थान है । नई संसद में लोकसभा और राज्यसभा दोनों के मार्शलों का नया ड्रेस कोड होगा।
28 मई को वीर सावरकर का जन्मदिन भी है। वीर सावरकर के जन्मदिन के अवसर पर नए संसद का उद्घाटन पूरे देश में राष्ट्रवाद का संदेश तो देगा ही साथ ही कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा पलटवार होगा।
इससे पहले खबर आई थी कि नई इमारत के उद्घाटन के लिए मोदी सरकार की नौवीं वर्षगांठ पर एक भव्य समारोह की योजना बनाई गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने नौ साल पहले 26 मई 2014 को पद की शपथ ली थी।
केंद्र में अपनी सरकार की नौवीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी की एक रैली और अपने वरिष्ठ नेताओं द्वारा 51 जनसभाओं सहित एक महीने के लंबे आउटरीच अभ्यास की योजना बनाई है। सूत्रों ने बताया कि यह अभियान 30 मई से शुरू होने की उम्मीद है, जिस दिन पीएम मोदी ने 2019 में प्रधानमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली थी और यह 30 जून तक जारी रहेगा। पीएम मोदी के 30 मई या 31 मई को एक रैली को संबोधित करने की संभावना है।