मणिपुर में 10 मई को हुई हिंसा के दौरान कुछ बदमाशों द्वारा गोली मारे गए असम राइफल्स के एक जवान की कोलकाता के कमांड अस्पताल में मौत हो गई। पिछले बुधवार को मणिपुर पूर्व के दोलाईथाबी में बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग में जवान घायल हो गया था। घटना उस समय हुई जब असम राइफल्स की एक टीम इलाके में गश्त कर रही थी। जवान को अस्पताल ले जाया गया, जबकि बदमाश भाग गए। बाद में जवान को कोलकाता के कमांड अस्पताल ले जाया गया था।
कुकी आदिवासी समूह और गैर-आदिवासी मेइती समुदाय के बीच झड़पों के बाद मणिपुर में यह पहली घटना है जब किसी सैन्यकर्मी को निशाना बनाया गया। इस बीच, कानून और व्यवस्था की स्थिति को बहाल करने और बनाए रखने के लिए मणिपुर में सेना और असम राइफल्स के 128 कॉलम तैनात किए गए हैं।
कुकी आदिवासी समूह द्वारा आयोजित एक विरोध मार्च के बाद मणिपुर में अशांति 3 मई को भड़क उठी थी जिसमें गैर-आदिवासी मेइती समुदाय के साथ झड़पें हुईं। यह मार्च मणिपुर उच्च न्यायालय के हालिया आदेश का विरोध करने के लिए बुलाया गया था, जिसमें राज्य सरकार को बहुसंख्यक और मुख्य रूप से हिंदू मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) सूची में शामिल करने की मांग के संबंध में केंद्र को सिफारिश भेजने के लिए कहा गया था।
बता दें कि इस बीच बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर हिंसा पर कई याचिकाओं पर सुनवाई की। शीर्ष अदालत ने राज्य सरकार को अब तक किए गए सभी राहत और पुनर्वास प्रयासों पर एक नई रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया और साथ ही मणिपुर उच्च न्यायालय के उस आदेश के खिलाफ भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें राज्य सरकार से मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की सिफारिश प्रस्तुत करने को कहा गया था।