कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत के कुछ दिनों बाद, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने संकेत दिया है कि वह उन राज्यों में कांग्रेस का समर्थन करेगी जहां वे मजबूत स्थिति में हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस को उनका समर्थन चाहिए तो उन्हें टीएमसी के प्रति भी यही रवैया अपनाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “जिन राज्यों में कांग्रेस मजबूत है, उन्हें लड़ना चाहिए और हम उनका समर्थन करेंगे। हालांकि, कांग्रेस को अन्य राजनीतिक दलों को भी इसी तरह का समर्थन दिखाना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “नीति उस तरह नहीं चल सकती जैसे कर्नाटक में टीएमसी आपका समर्थन करती है और आप बंगाल में मेरे खिलाफ जाते हैं। अगर आप कुछ अच्छा हासिल करना चाहते हैं, तो आपको कुछ क्षेत्रों में बलिदान देना होगा।”
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ़ साफ़ कहा- “जहां भी कोई क्षेत्रीय राजनीतिक दल मजबूत है वहां भाजपा नहीं लड़ सकती। जो दल किसी क्षेत्र विशेष में मजबूत हैं, उन्हें मिलकर लड़ना चाहिए…मैं कर्नाटक में कांग्रेस का समर्थन कर रही हूं लेकिन उसे बंगाल में मेरे खिलाफ नहीं लड़ना चाहिए।”
#WATCH | Wherever a regional political party is strong there BJP cannot fight. The parties which are strong in a particular region should fight together. I am supporting Congress in Karnataka but it should not fight against me in Bengal: West Bengal CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/wIazux6oKq
— ANI (@ANI) May 15, 2023
बनर्जी ने कहा कि टीएमसी के हिसाब से कांग्रेस 200 सीटों पर मजबूत है। उत्तर प्रदेश के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा, “यूपी में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी मजबूत है, इसलिए हमें उनका समर्थन करना चाहिए। हालांकि, मैं यह नहीं कह रही हूं कि कांग्रेस को वहां नहीं लड़ना चाहिए। हम उस सब पर चर्चा कर सकते हैं।”
वहीं कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ममता पर पलटवार किया और कहा- “कर्नाटक के चुनाव से पहले ममता बनर्जी ने कभी कहा है कि भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को वोट दो? आज कांग्रेस की जीत के बाद ममता बनर्जी को लगने लगा कि बिना कांग्रेस बंगाल में उनका आगे बढ़ना मुश्किल है, क्योंकि बंगाल में कांग्रेस पार्टी की पकड़ बढ़ती जा रही है।”
#WATCH | Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury reacts to West Bengal CM Mamata Banerjee's statement that her party will support Congress where it is strong pic.twitter.com/pQiuWWflI9
— ANI (@ANI) May 15, 2023
बनर्जी ने यह भी प्रस्ताव दिया कि भारत में विपक्ष को एकजुट होना चाहिए और उस पार्टी का समर्थन करना चाहिए जो अपने संबंधित राज्य में मजबूत हो। उन्होंने कहा, “किसी भी क्षेत्र में जो भी मजबूत है, उसका समर्थन किया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, दिल्ली में आप को, पश्चिम बंगाल में टीएमसी, बिहार में जेडीयू-आरजेडी गठबंधन और अन्य को समर्थन मिलना चाहिए।”
आगे बिहार के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव कांग्रेस के साथ काम कर रहे हैं और उसी के अनुसार अपना फैसला ले सकते हैं।
निकट भविष्य में सभी विपक्षी दलों के साथ किसी संभावित बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह इस महीने के अंत तक दिल्ली का दौरा करेंगी। उन्होंने कहा, “मैं 27 मई को नीति आयोग सरकार परिषद की बैठक में भाग लूंगी, लेकिन उस दौरान दिल्ली में विपक्ष की बैठक का कोई प्रस्ताव नहीं है।”
इससे पहले इस साल मार्च में ममता ने 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस के साथ किसी गठबंधन की संभावना से भी इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था- “2024 में हम तृणमूल कांग्रेस और लोगों के बीच एक गठबंधन देखेंगे। हम किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ नहीं जाएंगे। हम लोगों के समर्थन से अकेले लड़ेंगे।”
माकपा, भाजपा और कांग्रेस के बीच एक गठबंधन की ओर इशारा करते हुए, उन्होंने यह भी कहा था कि सीपीआई (एम) या कांग्रेस पार्टी के लिए मतदान (सागरदिघी उपचुनाव के लिए) वास्तव में भाजपा के लिए मतदान करने जैसा ही है।