प्रयागराज पुलिस द्वारा मारे गए गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद के आंशिक रूप से ध्वस्त कार्यालय की दीवारों पर खून के धब्बे मिलने के कुछ दिनों बाद अब फोरेंसिक टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। एफएसएल रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई है कि खून के धब्बे किसी और के नहीं, बल्कि इंसान के ही थे।
घटना स्थल अतीक अहमद का घर होने के कारण रिपोर्ट एसआईटी को सौंपी गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार कुछ नशेड़ी अतीक के कार्यालय में चोरी करने गये थे। उन्होंने ऑफिस के अंदर शराब भी पी थी।
पुलिस ने पाया कि नशा करने वालों को कुछ चोटें आई थीं। पुलिस का कहना है की, “इस खाली पड़े अतीक के दफ्तर में कुछ ऑटो ड्राइवर और शाम के वक्त नशेड़ी बैठते थे। हम ने कुछ नशेड़ियों को पकड़ा है, जिन्हें चोट लगी है। उनसे पूछताछ की जा रही है। पता किया जा रहा है कि कहीं सरिया चोरी करने की कोशिश में तो नशेड़ी अतीक के इस दफ्तर में दाखिल नहीं हुए थे”।
अतीक के चकिया स्थित इस दफ्तर पर 2017 में प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाया था। इसके बाद से दफ्तर वीरान पड़ा था, लेकिन यहीं से अतीक अपने गैंग को चला रहा था। उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने इसी दफ्तर में छापेमारी की थी। इस दौरान यहां से 72 लाख रुपये कैश, 10 असलहे, 112 कारतूस और छह मोबाइल भी पुलिस ने बरामद किए थे।
प्रयागराज के चकिया इलाके में स्थित ऑफिस में सीढ़ियों और सोफे पर रखे सफेद कपड़े पर खून के धब्बे बिखरे मिले थे। साथ ही आंशिक रूप से तोड़े गए कार्यालय में एक चाकू भी मिला था।
बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तीन लोगों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब उन्हें प्रयागराज में एक पुलिस टीम द्वारा मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था। वह पुलिस हिरासत में था। पूरी शूटिंग कैमरे में लाइव कैद हुई थी।