महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता और एनसीपी नेता अजीत पवार ने महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस को पत्र लिखकर 16 अप्रैल को नवी मुंबई के खारघर में आयोजित महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह के दौरान 14 लोगों की मौत की जांच की मांग की है। पवार ने राज्य सरकार पर आयोजन के लिए ठीक से तैयार नहीं होने का आरोप लगाया और इस त्रासदी को मानव निर्मित करार दिया।
मालूम हो कि बीते रविवार को खारघर इलाके के विशाल इंटरनेशनल कॉरपोरेट पार्क में चिलचिलाती धूप में लाखों लोगों की मौजूदगी वाले कार्यक्रम के दौरान लू लगने और अन्य स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण कुल 14 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य अस्पताल में भर्ती हुए थे।
राज्यपाल को लिखे अपने पत्र में एनसीपी नेता ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना दोषपूर्ण योजना के कारण हुई। उन्होंने लिखा- “राज्य सरकार इस घटना और मौतों के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है। इसलिए गैर इरादतन हत्या का मामला तुरंत दर्ज किया जाए। कार्यक्रम की योजना के संबंध में लिए गए निर्णय, योजना में त्रुटि और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा की जानी चाहिए।”
हालांकि राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए थे, लेकिन एनसीपी नेता ने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को 20-20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए और प्रत्येक अनुयायी को मुफ्त इलाज कराकर पांच-पांच लाख रुपये की सहायता दी जाए।
उन्होंने कहा कि, “मैं अनुरोध करता हूं कि दिशानिर्देश तैयार करने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति बनाई जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। 17 अप्रैल 2023 को ये पत्र सरकार को संबोधित किया गया है, हालांकि सरकार किसी भी मांग के बारे में अब तक सकारात्मक नहीं दिख रही है।”
इससे पहले महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के प्रमुख नाना पटोले ने भी राज्यपाल को पत्र लिखकर त्रासदी के लिए राज्य सरकार पर आरोप लगाया था और जांच की मांग की थी। प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि वह जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी और त्रासदी के पीछे की सच्चाई सामने लाकर सरकार को बेनकाब करेगी।