केरल ट्रेन आगजनी का आरोपी शाहरुख सैफी विवादास्पद उपदेशक जाकिर नाइक के वीडियो देखा करता था और जब उसने हमले की योजना बनाई तो वह अत्यधिक कट्टरपंथी था। ये बात केरल के एडीजीपी एमआर अजित कुमार ने कही है। मंगलवार शाम को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल ट्रेन हमले की जांच को संभाला है। एनआईए की कोच्चि यूनिट मामले की जांच करेगी।
शीर्ष पुलिस अधिकारी और एडीजीपी एमआर अजित कुमार कोझिकोड में आगजनी स्थल पर डेरा डालने वाले उन अधिकारियों में से एक हैं, जिन्होंने घटनास्थल की जांच की थी और शाहरुख सैफी से पूछताछ भी की थी।
आरोपी शाहरुख सैफी फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। उसे वियूर सेंट्रल जेल में स्थानांतरित किए जाने की संभावना है। आरोपी दिल्ली का रहने वाला है।
एडीजीपी ने कहा कि, “आरोपी ने उचित योजना के साथ हमला किया। आरोपी कट्टरपंथी है। वह जाकिर नाइक और इसरार अहमद जैसे विवादास्पद उपदेशकों के वीडियो देखा करता था। उन्होंने कहा कि उनके पास यह साबित करने के लिए सबूत हैं कि शाहरुख सैफी ने हमले को अंजाम दिया था।
एडीजीपी ने कहा, “आरोपी कट्टरपंथी है। वह जाकिर नाइक और इसरा अहमद जैसे मुस्लिम उपदेशकों के वीडियो देखता था।” उन्होंने आगे कहा कि, “इसमें उचित योजना शामिल थी। लेकिन हम यह नहीं कह सकते कि वह किसी संगठन से जुड़ा हुआ है।’
एडीजीपी ने कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि शाहरुख सैफी को कोई स्थानीय मदद मिली या नहीं। साथ ही कहा कि अब तक सभी साक्ष्यों की वैज्ञानिक रूप से जांच की गई है।
एडीजीपी एमआर अजीत कुमार ने कहा कि मामले से जुड़े अन्य मामलों पर और जांच की जानी चाहिए।
बता दें कि ये घटना 2 अप्रैल की है। उस दिन जब अलापुझा-कन्नूर एक्सप्रेस ट्रेन कोझिकोड रेलवे स्टेशन से रवाना हुई, तो एक अज्ञात व्यक्ति ने सह-यात्रियों पर ज्वलनशील तेल डाला और उन्हें डी-1 कोच के अंदर आग लगा दी। बाद में एक बच्चे सहित तीन शव रेलवे ट्रैक से बरामद किए गए।