संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत 142.86 करोड़ लोगों के साथ दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है। नवीनतम आंकड़ों में बताया गया है कि चीन की जनसंख्या 142.57 करोड़ है, जिस हिसाब से चीन अब दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है।
संयुक्त राष्ट्र विश्व जनसंख्या डैशबोर्ड, यूएनएफपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की 25 प्रतिशत आबादी 0 से 14 साल के बीच है। इसके अलावा 18 फीसदी लोग 10 से 19 की उम्र के हैं। 10 से 24 साल तक के लोगों की संख्या 26 प्रतिशत है। वहीं 15 से 64 साल तक के लोगों की संख्या 68 प्रतिशत है और 65 से ऊपर के 7 प्रतिशत लोग हैं। चीन की बात करें तो 0 से 14 साल के बीच 17%, 10 से 19 के बीच 12%, 10 से 24 साल 18%, 15 से 64 साल 69% और 65 से ऊपर के लोगों की संख्या 14% है।
विशेषज्ञों के अनुसार, केरल और पंजाब में उम्रदराज़ आबादी है, जबकि उत्तर प्रदेश और बिहार में युवा आबादी है।
विभिन्न एजेंसियों द्वारा किए गए कई अध्ययनों से पता चला है कि 165 करोड़ के चरम पर पहुंचने से पहले भारत की जनसंख्या लगभग तीन दशकों तक बढ़ने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद इसमें गिरावट शुरू हो जाएगी।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के भारत के प्रतिनिधि एंड्रिया वोजनार ने कहा, “भारत के 1.4 अरब लोगों को 1.4 अरब अवसरों के रूप में देखा जाना चाहिए।” उन्होंने कहा- “सबसे बड़े युवा समूह वाले देश के रूप में – इसके 254 मिलियन युवा (15-24 वर्ष) – नवाचार, नई सोच और स्थायी समाधान का स्रोत हो सकते हैं”।
यूएन के अधिकारी ने कहा, “भारत एक शक्तिशाली देश है। शिक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता और आर्थिक विकास के मामले में लगातार आगे बढ़ रहा है। हम तकनीकी मामले में हर रोज नए-नए रिकॉर्ड्स बना रहे हैं”।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी ने आगे कहा कि लैंगिक समानता सुनिश्चित करना, सशक्तिकरण और महिलाओं और लड़कियों के लिए अधिक शारीरिक स्वायत्तता को आगे बढ़ाना एक स्थायी भविष्य के लिए प्रमुख निर्धारक हैं।
एंड्रिया वोजनार ने कहा, “महिलाओं और लड़कियों को यौन और प्रजनन नीतियों और कार्यक्रमों के केंद्र में होना चाहिए। जब सभी लोगों के अधिकारों, विकल्पों और समान मूल्यों का सही मायने में सम्मान और धारण किया जाता है, तभी हम अनंत संभावनाओं के भविष्य को खोल सकते हैं।”
– भारत में ऐसी बढ़ी है आबादी – (सोर्स – Census India)
1901 – 23.83
1911 – 25.20
1921 – 25.13
1931 – 27.89
1941 – 31.86
1951 – 36.10
1961 – 43.92
1971 – 54.81
1981 – 68.33
1991 – 84.63
2001 – 102.1
2011 – 121.01
2020 – 138.3
2050 – 165.9