कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान सरकार की उपलब्धि की सराहना की। रमेश ने उस वक़्त गहलोत सरकार की तारीफ की है जब कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राज्य में बीजेपी शासन के दौरान कथित भ्रष्टाचार को लेकर अपनी सरकार से कार्रवाई की मांग के लिए एक दिन के उपवास की घोषणा करते हुए सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ एक नया मोर्चा खोल दिया है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि, राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने कई बड़ी योजनाओं को लागू किया है और कई नई पहल की हैं जिसने लोगों को गहराई से प्रभावित किया है। इस नई पहल का लोगों को अच्छा लाभ मिला, जिससे लोग प्रभावित हैं।
इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले, जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य में पार्टी की उपलब्धियों के आधार पर लोगों का जनादेश मांगेगी।
जयराम रमेश ने कहा कि, “राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा पार्टी संगठन के समर्पण और दृढ़ संकल्प से सफलता से संभव हुई थी। साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनव में कांग्रेस इन ऐतिहासिक उपलब्धियों और संगठन के सामूहिक प्रयासों से लोगों से नए जनादेश की मांग करेगी”।
इस बीच सूत्रों से खबर है कि सचिन पायलट के मामले पर आलाकमान ने सख्त रुख अपनाते हुए संदेश दिया है कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पूरे मामले पर हाईकमान की नजर है। राजस्थान के प्रभारी प्रभात रंधावा को इस मामले में बात करने की जिम्मेदारी दी गई है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सचिन पायलट के मुद्दे पर कहा कि अगर किसी को कुछ कहना है तो वह प्रभारी से कहे। खेड़ा ने आगे कहा, राजस्थान से आने वाले बीजेपी के बड़े नेता गजेंद्र शेखावत पर संजीवनी मुद्दे पर मामला चल रहा है। हमारे एमएलए को खरीदने की कोशिश करके चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश की भी जांच चल रही है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अशोक गहलोत के समर्थन में बात की। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने सचिन पायलट के बयान के जवाब में कहा, “अशोक गहलोत बहुत ही सुलझे हुए नेता हैं। अतीत में भी ऐसी कई बाधाएं आई हैं और मुझे लगता है कि वह इसे सुलझा लेंगे।”
मालूम हो कि सचिन पायलट ने 11 अप्रैल को एक दिन के उपवास की घोषणा की है। सचिन पायलट ने कहा, “पिछली वसुंधरा राजे सरकार द्वारा भ्रष्टाचार पर (गहलोत सरकार द्वारा) कोई कार्रवाई नहीं की गई। विपक्ष में रहते हुए हमने वादा किया था कि 45,000 करोड़ रुपये के खदान घोटाले की जांच कराई जाएगी।” उन्होंने कहा कि, “चुनाव में छह-सात महीने बचे हैं, विरोधी भ्रम फैला सकते हैं कि कुछ मिलीभगत है। इसलिए जल्द कार्रवाई करनी होगी ताकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लगे कि हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है”। उन्होंने कहा कि, मैंने कांग्रेस आलाकमान को जो सुझाव दिए, उनमें से ये एक यह भी था। पायलट सुबह 11 बजे से अनशन पर बैठेंगे।