महाराष्ट्र के ठाणे जिले की पुलिस ने एक मराठी रैपर के खिलाफ एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को कथित रूप से अपने वीडियो गीत के माध्यम से बदनाम करने के लिए मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कहा कि अंबरनाथ जिले के शिवसेना के एक कार्यकर्ता ने रैप गायक राज मुंगसे के खिलाफ हाल ही में यूट्यूब पर अपलोड किए गए एक गीत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि गाने में “पन्ना खोके” (पचास डिब्बे) और “चोर” (चोर) जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।
मुंगसे के खिलाफ मंगलवार को अंबरनाथ के शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 501 (मानहानि), 504 (शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान) और 505 (2) (वर्गों के बीच दुश्मनी पैदा करने वाले बयान) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी।
युवा सेना कोर कमेटी के सदस्य स्नेहल कांबले ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि वीडियो मौजूदा शिवसेना-बीजेपी सरकार को बदनाम कर रहा है। उन्हें यह भी संदेह है कि मुंगसे को महा विकास अघाड़ी नेताओं का समर्थन प्राप्त है। क्योंकि वीडियो एमवीए नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया गया है।
इस बारे में शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस की एक टीम मामले की जांच कर रही है और आरोपी रैपर का पता लगाने की कोशिश कर रही है। अधिकारी ने कहा, “उसे जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।”
पुलिस अधिकारी ने बताया है कि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
उद्धव ठाकरे के प्रति वफादार नेता अक्सर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के विधायकों पर आरोप लगाते हैं और कहते हैं इन लोगों ने पिछले साल विद्रोह किया था और पाला बदलने के लिए “खोके” या पैसे के डिब्बे लिए थे।
बता दें कि शिंदे पिछले साल शिवसेना से अलग होकर बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बने थे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने मंगलवार को मुंगसे का वीडियो गीत ट्विटर पर साझा किया था और कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं करेगी। गुरुवार को एक ताजा ट्वीट में आव्हाड ने सवाल किया कि मुंगसे ने कौन सा अपराध किया है?
इससे पहले इस हफ्ते की शुरुआत में, ठाकरे गुट की एक महिला कार्यकर्ता ने आरोप लगाया था कि प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने सीएम शिंदे की आलोचना करने वाली उनकी फेसबुक पोस्ट को लेकर उन पर हमला किया। ठाणे शहर की पुलिस ने फेसबुक पोस्ट के लिए उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज किया है। हालांकि शिंदे समूह ने आरोपों से इनकार किया है।