आयुष घोटाले की जांच कर रही उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने बुधवार को मिर्जापुर के एक निजी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की निदेशक ऋतु गर्ग को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ ने कहा कि मिर्जापुर में संतुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की निदेशक डॉ रितु गर्ग को गिरफ्तार कर 13 मार्च तक जेल भेज दिया गया है।
गर्ग को पूर्व आयुर्वेद निदेशक एसएन सिंह और काउंसिलिंग प्रभारी उमाकांत यादव की मिलीभगत से नीट मेरिट सूची में फर्जीवाड़ा कर अयोग्य उम्मीदवारों को प्रवेश दिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
डॉ रितु गर्ग की गिरफ्तारी के बाद उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विशेष कोर्ट में पेश किया गया। सरकारी वकील नीरज कुमार श्रीवास्तव ने अदालत को बताया कि डॉ. ऋतु ने छात्रों को बिना नीट के आयुष कॉलेजों में फर्जी तरीके से प्रवेश करवाया है। कुमार ने अदालत में कहा कि गर्ग के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं, जिसके बाद यूपी एसटीएफ ने उन्हें गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश किया। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें 13 मार्च तक के लिए जेल भेजने का आदेश दिया है।
बीते साल नवंबर महीने में आयुष घोटाला मामले में केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा राज्य के सरकारी और निजी आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी कॉलेजों में स्नातक छात्रों के प्रवेश में विसंगतियां पाई गई थी। जांच में पता चला था कि 982 छात्रों को योग्यता के बिना ही प्रवेश दे दिया गया था।
एसटीएफ इस मामले में पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है जिसमें पूर्व आयुर्वेद निदेशक सत्य नारायण सिंह सहित 15 आरोपियों का नाम था। इस आरोप पत्र पर कोर्ट संज्ञान भी ले चुकी है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले साल नवंबर में राज्य में वर्ष 2021 में आयुष कॉलेजों में दाखिले में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश केंद्र सरकार से की थी। यह सिफारिश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर की गई थी।