प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गैंगस्टर से राजनेता और समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व नेता अतीक अहमद के सहयोगी जफर अहमद के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई शुरू की। प्रयागराज के करेली थाना क्षेत्र के चकिया में स्थित ये घर खालिद जफर का है। खालिद को उसके भाई अशरफ के साथ उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया है। ये संपत्ति अब रडार पर है। इससे पहले अवैध निर्माण के लिए नोटिस भी जारी किया गया था। इस घर की कीमत करीब 2.5 करोड़ रुपये आंकी गई है।
ये कार्रवाई उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा समाजवादी पार्टी पर माफिया (अपराधियों) को संरक्षण देने का आरोप लगाने और ‘उनको मिट्टी में मिला देंगे’ के बयान देने के कुछ दिनों बाद हुई है।
Baba's bulldozer in action in #Prayagraj in #UmeshPal murder case: Illegal Property worth Rs 3 crore of Zafar Ahmed, close aid of gangster #AteeqAhmed demolished.
As per reports, the suspected murder accused stayed in this house along with shasita parveen wife of Ateeq. pic.twitter.com/NWlyyvCLJQ
— Aswini Santra 1998 🇮🇳 (@as22sa98) March 1, 2023
पुलिस सूत्रों ने आज (1 मार्च) बताया कि पुलिस ने लखनऊ के महानगर इलाके में अतीक अहमद के आवास पर छापा मारा और यूनिवर्सल अपार्टमेंट से दो लग्जरी कारों को जब्त किया। सूत्रों ने कहा कि छापेमारी 27 फरवरी (सोमवार) को देर रात को की गई थी।
एक सूत्र ने कहा, “एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस ने यूनिवर्सल अपार्टमेंट फ्लैट नंबर 202 पर छापा मारा और दो लग्जरी वाहनों को जब्त कर लिया, जिन्हें महानगर पुलिस स्टेशन लाया गया था। वाहन अतीक अहमद के परिवार के सदस्यों के नाम पर पंजीकृत हैं।”
बता दें कि 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी को दिनदहाड़े प्रयागराज में उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
साबरमती जेल में बंद पूर्व समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद अतीक अहमद पर 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का आरोप है और उस पर गुजरात की साबरमती जेल के अंदर से उमेश पाल की हत्या की भी साजिश रचने का आरोप है।
24 फरवरी की शाम को प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में पाल और दो पुलिसकर्मियों पर उनके आवास के बाहर हथियारबंद लोगों ने फायरिंग कर दी थी। उमेश पाल और एक पुलिसकर्मी संदीप निषाद की मौत हो गई, जबकि एक अन्य सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह की हालत गंभीर है।
उमेश पाल हत्याकांड में कथित भूमिका के लिए स्थानीय पुलिस ने सोमवार को अरबाज को एक मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि जिले के सल्लाहपुर इलाके के रहने वाले अरबाज ने वह कार चलाई थी जिसमें हमलावर मौके पर पहुंचे और उमेश पाल पर गोलियां चलाईं।
इस बीच, पुलिस ने मामले के एक अन्य आरोपी सदाकत खान को गिरफ्तार कर लिया है। उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।