पता करने पर सूत्रों के हवाले से बताया गया कि तेज़ हवाओं और बारिश के कारण इसे बंद किया गया है। ताकि “शॉर्ट सर्किट” ना हो। हवा कम होने पर इसे दोबारा चालू कर दिया जाएगा। होलोग्राम को चलाने के लिए 30,000 लुमेन 4K प्रोजेक्टर का उपयोग किया जा रहा हैं।
तृणमूल के सांसद सौगत रॉय ने लापता होलोग्राम को लेकर संसद में सरकार पर कटाक्ष किया। “हवा के साथ चला गया,” इसके बाद प्रतिमा के स्थान पर तृणमूल नेताओं के द्वारा प्रदर्शन भी किया गया।
28 फीट बाय 6 फीट की होलोग्राम प्रतिमा 30,000 लुमेन 4K प्रोजेक्टर द्वारा संचालित है। जिसमें रोशनी को, 90 प्रतिशत पारदर्शी होलोग्राफिक स्क्रीन पर फेंका जाता है, जिससे लोगों प्रतिमा वहां लगी होने का आभास होता हैं। होलोग्राम की जगह स्वतंत्रता सेनानी की ग्रेनाइट की मूर्ति लगाई जायेगी। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने अपने भाषण में कई थी।
होलोग्राम वर्तमान में प्रतिष्ठित अमर जवान ज्योति, इंडिया गेट पर सैनिकों के लिए “शाश्वत लौ” के स्थान निर्मित किया गया था। इस लौ को बुझा कर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में मशाल के साथ मिला दिया गया है।
अधिकारियों ने अपने बयान में कहा की तेज़ हवा के कारण 28 जनवरी और 29 जनवरी को भी इसे बंद कर दिया गया था।
बीटिंग रिट्रीट समारोह के दौरान, जो गणतंत्र दिवस समारोह के अंत में भी प्रतिमा नहीं दिखाई दी। जिसकी तस्वीरें बाहर आई थीं।