वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ नए दौर से गुजर रहा है। एक तरफ जहां समस्याओं का अंबार है फिर भी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने इन समस्याओं से निपटते हुये SC/ST विशेष प्रकोष्ठ का गठन कर सभी को चौंका दिया है।
विश्वविद्यालय शताब्दी वर्ष बना रहा है। इन 100 वर्षों में ST/SC प्रकोष्ठ का आज तक गठन नहीं हुआ था। सकारात्मक सोच रखने वाले शिक्षक इस बात को तारीफ कर रहे हैं। लेकिन दूसरी तरफ पूर्व कुलपति प्रोफेसर टी, एन,सिंह के ग्रुप में मायूसी छाई हुई है ।
प्रोफेसर त्यागी के नए कदम को विश्वविद्यालय के SC/ST वर्ग से आने वाले छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर है क्योंकि इन्हें आए दिन प्रवेश से लेकर छात्रवृत्ति तक जूझना पड़ता था। अब देखना होगा यह प्रकोष्ठ किस तरह कार्यों का निस्तारण करता है, और विश्वविद्यालय कितना अमल करता है ।
विश्वविद्यालय को बेहतर दिशा देने में प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी के साथ ही रजिस्टार डॉ सुनीता पाण्डेय का भी इस कार्य में योगदान रहा है। इस तरह का गठन का आयोजन स्वाभाविक क्रिया है। सकारात्मक सोच रखने वाले दोनों अधिकारियों की सोच से बदलाव होगा विश्विद्यालय में और ये परिणाम आज विश्वविद्यालय में दिख रहा है। इसी का एक नमूना विश्वविद्यालय में नये समिति का गठन होना है।
इस प्रकोष्ठ के गठन के साथ ही इसके संयोजक की खोज कुलपति आनंद त्यागी ने समाजशास्त्र विभाग की प्रोफेसर रेखा को जिम्मेदारी दे कर की है। प्रोफेसर रेखा के साथ ही इस
प्रकोष्ठ में प्रोफेसर भावना वर्मा, डॉक्टर नीरज कुमार सोनकर, दीपक कुमार,प्रमोद कुमार और अंजनी कुमार को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है।