प्रयागराज: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के संदिग्ध मौत के मिमले मे सपा नेता और पूर्व मंत्री एवं भाजपा के नेता से सीबीआई ने करीब आठ घंटे पुलिस लाइन के गेस्ट हाउस में पूछताछ की। सीबीआई ने दोनों नेताओं को फिर पुलिस लाइन के गेस्ट हाउस मे बुलाया है। करीब 4 घंटे तक अलग-अलग कमरे में बैठाया गया उसके बाद सीबीआई ने पूछताछ की।
सीबीआई ने पूछा कि जब दोनों महात्माओं में विवाद था तो वही लोग क्यों समझौता कराने के लिए आगे आए। इतना ही नहीं सीबीआई ने पूछा कि समझौते के दौरान कौन-कौन और नेता या पुलिस अधिकारी थे। नेताओं की आय पर ज्यादा जोर दिया। सबसे बड़ी बात रही कि सीबीआई ने कम समय मे ज्यादा हुई आय पर ज्यादा जोर दिया ।पूछा कि 10 – 12 सालों के अंदर आप लोगों के पास कितनी प्रॉपर्टी कहां से आ गई। अगर प्रॉपर्टी आई तो उसका क्या स्रोत था और कहां से आई। आप लोग ऐसा कौन सा काम करते थे। प्रॉपर्टी आपके पास आ गई ना तो आप इतने बड़े वकील हैं और ना ही सफल है ना ही कोई और व्यवसाय बहुत पहले का है। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि दो चर्चित पुलिस अधिकारियों से पूछताछ के लिए शासन से अनुमति मांगी गई है । शासन से अनुमति मिलते ही दोनों पुलिस अधिकारियों से पूछताछ शुरू की जाएगी । इसमें एक पुलिस अधिकारी दूसरे जिले में तैनात हैं जबकि दूसरे चर्चित पुलिस अधिकारी इलाहाबाद में है । संभावना है किसीबीआई आज दोनों पुलिस अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है।
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में उनके चार करीबियों से एक बार फिर पूछताछ की गई। इन करीबियों में शिष्यों के अलावा एक संत भी शामिल था। लगभग दो घंटे तक सीबीआई अफसरों ने इनसे उस जानकारी के बाबत पूछताछ की, जो उनकी ओर से घटना केबाद पुलिस को दी गई थी।
सीबीआई की ओर से अब मामले से संबंधित लोगों के बयानों की क्रॉस चेकिंग की जा रही है। इसी के तहत सीबीआई ने महंत के चार करीबियों को तलब किया। इनमें उनकेशिष्य, गनर के अलावा एक संत भी शामिल थे। इन सभी से उस बयान के बाबत पूछताछ की गई जो न सिर्फ उन्होंने घटना के बाबत पुलिस को दिया था, बल्कि मठ पहुंचने पर सीबीआई अफसरों को भी यह बात बताई थी। चारों से पूछा गया कि आनंद गिरि कब से महंत नरेंद्र गिरि को परेशान कर रहा था।साथ ही इस बात की जानकारी महंत ने उन्हें कब दी थी। यह भी पूछा गया कि महंत की ओर से जानकारी दिए जाने के बाद क्या उन्होंनेे अखाड़े या मठ से जुड़े किसी पदाधिकारी को यह बात बताई थी या नहीं।