कन्नौज: पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बड़ा बयान दिया है, उत्तरप्रदेश में पंचायती राज चुनाव होने है क्योंकि 25 दिसम्बर को पांच साल का कार्यकाल खत्म हो रहा है ग्राम प्रधानों का और जब तक चुनाव नहीं होते ऐसे में कयास ये था कि मौजूदा ग्राम प्रधानों को उनके कार्यकाल के लियेे विस्तार मिल सकता है। लेकिन भूपेंद्र सिंह चौधरी की घोषणा के बाद प्रधानों के मंसूबो पर पानी फिर गया है, जिसमें उन्होंने कहा की मौजूदा टर्म पूरा होने के बाद एडीओ पंचायत को प्रशासक की जिम्मेदारी मिलेगी। ब्लॉकों में एसडीएम और जिला पंचायत में डीएम को पावर दिया जाएगा।
अपने कार्यकाल के बाद भी गांवों की बागडोर संभालने की मांग कर रहे प्रधानों को मायूसी हाथ लगी है। 25 दिसम्बर को प्रधानों का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है।
मार्च के अंत में होंगे पंचायत चुनाव
जिले के दौरे पर आए पंचायती राज मंत्री ने बोर्ड परीक्षा और पंचायत चुनाव के सवाल पर कहा कि सरकार और पंचायती राज विभाग मिलकर चुनाव से पहले प्राथमिकता वाले कार्य कर रही है। पंचायतों के पुनर्गठन के बाद परिसीमन होगा। उसके बाद आरक्षण का काम चलेगा। अधिसूचना के बाद मार्च के अंत में पंचायत चुनाव करा लिए जाएंगे।
कन्नौज में पंचायती राज मंत्री जिले के प्रभारी मंत्री के रूप में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक और दिव्यांगों को ट्राई साइकिल वितरण करने आए थे। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि संवैधानिक व्यवस्था के तहत काम होगा।
पिछले वर्षों में भी प्रधानों के लिए एडीओ पंचायत, ब्लॉक प्रमुख के लिए एसडीएम व जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए डीएम को जिम्मेदारी मिलती रही है। पंचायती राज मंत्री ने कहा कि इस पर परीक्षण कराकर लागू किया जाएगा।