राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य के राजनीतिक मैदान में उतरने और सारण सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है। अगर लालू प्रसाद अपनी बेटी को लोकसभा चुनाव में उतारते हैं तो वह राजनीति में आने वाली परिवार की चौथी सदस्य बन जाएंगी। रोहिणी लालू यादव की दूसरी बेटी हैं। वह सिंगापुर में रहती है और उन्होनें डेढ़ साल पहले अपनी एक किडनी अपने पिता को दान की थी। तभी से अटकलें लगाई जा रही हैं कि रोहिणी राजनीति में आ सकती हैं और 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं।
लालू परिवार के करीबी पार्षद सुनील कुमार सिंह ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि सारण लोकसभा सीट की जनता और कार्यकर्ता चाहते हैं कि रोहिणी आचार्य वहां से अगला चुनाव लड़ें। सुनील सिंह के सोशल मीडिया पोस्ट से रोहिणी आचार्य के सारण से लोकसभा चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना बढ़ गयी है।
संयोग से, रोहिणी को 3 मार्च को पटना में आयोजित जन आशीर्वाद रैली के दौरान परिवार और शीर्ष विपक्षी नेताओं के साथ मंच साझा करते देखा गया था, जिससे एक बार फिर संकेत मिला कि रोहिणी जल्द ही राजनीति में प्रवेश कर सकती हैं।
लालू परिवार के अन्य सदस्य जो सक्रिय रूप से राजनीति में शामिल हैं उनमें सबसे पहले उनकी पत्नी राबड़ी देवी हैं, जो बिहार की मुख्यमंत्री थीं और वर्तमान में राजद एमएलसी हैं। लालू के तीनों बच्चे मीसा भारती, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी राजनीति में सक्रिय हैं।
मीसा भारती वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं, जबकि तेजस्वी यादव पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान विपक्ष के नेता हैं। तेज प्रताप यादव पूर्व मंत्री और विधायक भी हैं।
बता दें कि लालू पहली बार 29 साल की उम्र में 1977 में छपरा (अब सारण) लोकसभा सीट से सांसद बने थे। इसके बाद उन्होंने 1989 और 2004 में भी सारण से चुनाव जीता। 2013 में चारा घोटाले में दोषी ठहराए जाने के बाद लालू को चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सारण से मैदान में उतारा, लेकिन वह 41,000 वोटों से हार गईं।