भाजपा ने आंध्र प्रदेश में आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और पवन कल्याण की जन सेना पार्टी (जेएसपी) के साथ अपने सीट-बंटवारे समझौते को अंतिम रूप दे दिया है। सीट बंटवारे के समझौते के अनुसार, भाजपा आंध्र प्रदेश में छह लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि टीडीपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाकी दो सीटों पर जन सेना पार्टी चुनाव लड़ेगी।
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सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर जानकारी देते हुए चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि आज अमरावती में बीजेपी, टीडीपी और जेएसपी ने सीट बंटवारे का जबरदस्त फॉर्मूला बना गया है। मैं विनम्रतापूर्वक आंध्र प्रदेश के अपने लोगों से इस गठबंधन पर अपना आशीर्वाद बरसाने और हमें उनकी सेवा करने के लिए ऐतिहासिक जनादेश देने का आह्वान करता हूं।
लोकसभा चुनाव के अलावा तीनों पार्टियों के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर भी गठबंधन हुआ है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि टीडीपी 144 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण की जन सेना पार्टी 21 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ ही होंगे।
9 मार्च को बीजेपी, तेलुगु देशम पार्टी और जन सेना ने ऐलान किया था कि वे लोकसभा और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे।
8 मार्च को चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली का दौरा किया था और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
बीजेपी और टीडीपी का रिश्ता बहुत पुराना है। दोनों पार्टियों का पहली बार गठबंधन साल 1996 में हुआ था। तब टीडीपी एनडीए में शामिल हुई थी। दोनों ने साल 2014 में लोकसभा चुनाव और विधानसभा साथ लड़ा था, जबकि जेएसपी ने 2014 के चुनावों में बीजेपी का समर्थन किया था, लेकिन साल 2014 के बाद दोनों पार्टियों में मतभेद के बाद टीडीपी एनडीए से अलग हो गई। दोनों ने साल 2019 का लोकसभा और विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था, जहां वाईआरएस कांग्रेस ने टीडीपी को करारी शिकस्त दी थी।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि वह गठबंधन के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हैं और आरोप लगाया कि चंद्रबाबू नायडू की साइकिल में “जंग लग गया है और वह अन्य राजनीतिक दलों से समर्थन प्राप्त कर रहे हैं”।
लोकसभा के चुनाव अप्रैल-मई में होने की उम्मीद है जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा की नजर तीसरे कार्यकाल पर है और उसने अपने दम पर 370 सीटें और सहयोगियों के साथ 400 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।