प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बिहार के आरा में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक किरण देवी के परिसरों पर छापेमारी की है। पिछले साल केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सांसद के पति और पूर्व विधायक अरुण यादव से जुड़े ठिकानों की तलाशी ली थी। छापेमारी तीन स्थानों पर की गई, जिसमें भोजपुर जिले के संदेश निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली किरण देवी का आवास भी शामिल है।
बालू कारोबारी अरुण यादव के खिलाफ आरा जिले में 16 एफआईआर दर्ज हैं और इनमें से कई मामलों में उनके खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल किया जा चुका है।
एफआईआर और आरोप पत्र के आधार पर, प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 2021 में अरुण यादव और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था।
किरण देवी भोजपुर जिले के संदेश विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी विधायक हैं। उनके पति अरुण कुमार यादव ने भी संदेश विधानसभा क्षेत्र साल 2015 में विधानसभा चुनाव जीता था। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार सुबह जब ईडी के अधिकारी किरण देवी के आवास पर पहुंचे तो विधायक वहां मौजूद नहीं थीं। भोजपुर के अगिआंव में विधायक से जुड़े सभी परिसरों पर भी तलाशी ली गई है।
अवैध रेत खनन मामले में भी ईडी इन दोनों से पूछताछ कर रही है।
पीएमएलए की धारा 50 के तहत अरुण यादव और उनके परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए गए, जबकि उनकी संपत्ति के दस्तावेज और बैंक खाते का विवरण भी लिया गया।
मामले की जांच में अब तक 9.90 करोड़ रुपये की 72 अचल संपत्तियों का पता चला है, जिनमें आरा जिले और पटना में कृषि भूमि, फ्लैट और आवासीय भूखंड शामिल हैं; जबकि 20.5 करोड़ रुपये की नकदी भी मिली।
ये संपत्तियां 2002-03 से 2021-22 के दौरान अपराध की आय से प्राप्त की गईं थीं।
सूत्रों ने कहा कि अरुण यादव परिवार और संबंधित संस्थाओं के पास मौजूद ये संपत्तियां और नकद जमा उनकी आय के ज्ञात और कानूनी स्रोतों से अधिक होने का आरोप है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में अरुण यादव भी केंद्रीय जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं।
अवैध रेत खनन मामले में ईडी द्वारा यादव और किरण देवी की भी जांच की जा रही है और एजेंसी ने इन दो जांचों के तहत पिछले साल उन पर छापा मारा था।