बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और महागठबंधन से बाहर निकलने के बाद भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) ब्लॉक पार्टियों ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने दावा किया कि उन्हें पहले से ही पता था कि यह होने वाला है और इस बात को रेखांकित किया कि देश में आयाराम-गयाराम जैसे कई लोग हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “पहले वो और हम मिलकर लड़ रहे थे। जब मैंने लालू जी और तेजश्वी जी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं। अगर वह रुकना चाहते तो रुक जाते लेकिन वह जाना चाहते हैं। इसलिए ये बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा। अगर हम कुछ गलत कहेंगे तो गलत संदेश जाएगा। इसकी जानकारी हमें लालू प्रसाद यादव जी और तेजश्वी यादव जी ने पहले ही दे दी थी। तेजस्वी यादव ने कहा था मैं कोशिश करता हूं उनको (नीतीश कुमार) साथ रखने रखने का। हमने इंडिया ब्लॉक को साथ रखने के लिए कोशिश की। हमें जिस बात का अंदेशा था वो सच साबित हुआ। देश में ‘आया राम-गया राम’ जैसे कई लोग हैं।”
कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने भी खड़गे के बयान को दोहराया और कहा कि यह “आश्चर्य की बात नहीं” है और उन्होंने तंज कसा कि कुमार ने इतनी बार पार्टियाँ बदली हैं, कि वह गिरगिटों को कड़ी चुनौती दे सकते हैं।
जयराम रमेश ने कहा, ‘नीतीश के यू-टर्न के पीछे प्रधानमंत्री हैं! यह एक पूर्वनियोजित साजिश है जो पीएम ने रची है। इससे INDIA ब्लॉक की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बिहार की जनता उन्हें सही जवाब देगी। मैं कहना चाहूंगा कि कुमार विश्वासघात करने में माहिर हैं।”
आरजेडी नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए हा, “गिरगिट” तो बस यूँ ही बदनाम है..! रंग बदलने की रफ़्तार से तो पलटिस कुमार को भी “गिरगिट रत्न“ से सम्मानित करना चाहिए।”
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ‘जिस किसी को जाना होता है उसे कुछ न कुछ कहना ही पड़ता है। ऐसा कदम उठाने के बाद अपने विवेक के साथ रहना आसान नहीं है। अगर आप 9वीं बार ऐसा करते हैं तो ऐसी स्थिति में शायद अंतरात्मा ने बहुत पहले ही आपका साथ छोड़ दिया है। जो चाहे कुछ भी कह सकते हैं। नीतीश कुमार इतिहास में अपना नाम अच्छे से दर्ज करा सकते थे लेकिन सोचिए उन्होंने खुद को किस स्थिति में पहुंचा दिया है। हर घर में हंसी का पात्र बनते जा रहे हैं।’
कांग्रेस नेता तारिक ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘आश्चर्य की कोई बात नहीं है। शादी किसी के साथ और अफेयर किसी दूसरे के साथ। नीतीश कुमार का स्वभाव बन चुका है।’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा, ‘नीतीश कुमार को बिहार की जनता से माफी मांगनी होगी। उन्होंने बिहार की जनता को धोखा दिया है। नीतीश कल तक कह रहे थे कि ओवैसी बीजेपी की बी टीम है, क्या अब उन्हें उसी सीट पर जाकर बैठने में कोई शर्म नहीं आती? मैं तो लगातार कह रहा था कि नीतीश कुमार वापस जायेंगे। नीतीश कुमार द्वारा बिहार की जनता के साथ धोखा किया गया है। वहां कोई विकल्प नहीं रहा। क्या उन तीनों ने साथ रहने का वादा नहीं किया था? नीतीश कुमार ने मोदी के खिलाफ क्या-क्या नहीं कहा और अब बीजेपी के साथ हो गए हैं। पीएम मोदी, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए।’
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि कुमार ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उन पर कोई पार्टी या जनता बिल्कुल भी भरोसा नहीं कर सकती।
उन्होनें कहा, नीतीश एनडीए की नैया डुबो देंगे। जनता देख रही है कि वह क्या कर रहे है और उन्हें अपने कार्यों के लिए जवाबदेह होना चाहिए। उन्होंने स्विच ओवर करने का एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है।”
शिवसेना (यूबीटी गुट) के नेता आनंद दुबे ने कहा कि भाजपा ने कुमार से पाला बदलने के लिए कहा था क्योंकि उन्होंने पहले ही मान लिया था कि उनके लिए बिहार में सीटें सुरक्षित करना मुश्किल होगा।
उन्होनें कहा, “पहले भाजपा ने कहा था कि नीतीश कुमार के लिए उनके दरवाजे हमेशा बंद रहेंगे। जैसे-जैसे हम मजबूत होते गए, उन्हें (भाजपा) एहसास हुआ कि उनके लिए बिहार में सीटें सुरक्षित करना मुश्किल होगा, इसलिए उन्होंने नीतीश को अपने पक्ष में कर लिया।’
मालूम हो कि नीतीश कुमार नौंवी बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं। राज्य में में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और इसके साथ ही राज्य में 17 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार का अंत हो गया। नीतीश कुमार का यह कदम INDIA ब्लॉक के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि वे इस ब्लॉक के खुद सूत्रधार रहे थे।