आगामी लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी की देशव्यापी यात्रा, ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ अपनी पहली पड़ाव के बाद सोमवार को मणिपुर के कालापहाड़, कांगपोकपी से एक बार फिर शुरू हुई। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कल मणिपुर के थौबल से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की थी। सोमवार को जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि वह मणिपुर में शांति वापस लाना चाहते हैं।
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राहुल ने कहा, “पिछले साल हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा की थी और इसका उद्देश्य भारत के लोगों को एक साथ लाना था। हम पूर्व से पश्चिम तक एक और यात्रा करना चाहते थे, और हमने तय किया कि सबसे शक्तिशाली बात यह होगी कि यात्रा मणिपुर से शुरू की जाए ताकि भारत के लोगों को यह पता चल सके कि मणिपुर के लोग किस दौर से गुजर रहे हैं। हम मणिपुर में शांति वापस लाना चाहते हैं।”
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सोमवार को उन्होंने रास्ते में उनका स्वागत करने के लिए कतार में खड़े लोगों से बातचीत की। कस्टम-निर्मित वोल्वो बस में यात्रा शुरू करते हुए, गांधी कुछ दूरी तक पैदल चलकर लोगों से मिले और उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। जब गांधी की बस यहां के कई व्यस्त इलाकों से गुजर रही थी, तो कई लोग, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे, यात्रा मार्ग पर कतार में खड़े थे और गांधी की जय-जयकार कर रहे थे।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “मणिपुर सरकार कहां है? यह प्रभावी क्यों नहीं है और संवेदनशील क्यों नहीं है? सीएम क्या कर रहे हैं? ये वो सवाल हैं जो यहां के लोग पूछ रहे हैं।”
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मालूम हो कि अगले दो महीनों (66 दिनों) में मणिपुर से महाराष्ट्र की यात्रा 6713 किमी की दूरी तय करेगी। 20-21 मार्च को मुंबई पहुंचने से पहले, गांधी इंफाल से मुंबई तक 100 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए 15 राज्यों का भ्रमण करेंगे। कस्टम-निर्मित वोल्वो बस को हाइड्रोलिक लिफ्ट से सुसज्जित किया गया है ताकि वह रास्ते में भीड़ को संबोधित कर सकें।
यात्रा जिन 100 लोकसभा सीटों को कवर करेगी, उनमें से 58 उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और राजस्थान जैसे हिंदी भाषी राज्यों में हैं। अकेले यूपी में, यात्रा 28 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र, रायबरेली, अमेठी, इलाहाबाद, फूलपुर और लखनऊ शामिल हैं।
राहुल गांधी के मार्च के लिए सबसे बड़ी परीक्षा उनके इंडिया सहयोगियों की भागीदारी होगी। पिछले साल तमिलनाडु से जम्मू-कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल ने यह अपनी तरह की दूसरी यात्रा शुरू की है।