मणिपुर में बुधवार को ताजा हिंसा भड़क उठी जब बिष्णुपुर जिले में गोलीबारी की एक घटना सामने आई। गोलीबारी की घटना बिष्णुपुर जिले के कुंबी और थौबल जिले के वांगू के बीच हुई। इसके अलावा, जिस इलाके में गोलीबारी हुई थी, उसके पास अदरक की कटाई करने गए चार लोग लापता हो गए। स्थानीय रिपोर्टों में कहा गया है कि छोटे फायरआर्म्स से गोलीबारी से पहले छह राउंड मोर्टार फायरिंग हुई।
चार लापता लोगों की पहचान ओइनाम रोमेन मेइतेई (45), अहनथेम दारा मेइतेई (56), थौदाम इबोम्चा मेइतेई (53) और थौदाम आनंद मेइतेई (27) के रूप में की गई है।
घटना के बाद कुंभी पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
इससे पहले 1 जनवरी को थौबल के लिलोंग इलाके में अज्ञात हथियारबंद बदमाशों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हुई थी। पुलिस के मुताबिक झड़प में चार लोगों की मौत हो गई।
पिछले साल मई में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच झड़प के बाद पिछले कुछ महीनों में रुक-रुक कर हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें अब तक 180 लोगों की जान जा चुकी है। मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में राज्य के पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किए जाने के बाद झड़पें हुईं थीं। हिंसा से पहले कुकी ग्रामीणों को आरक्षित वन भूमि से बेदखल करने को लेकर तनाव था, जिसके कारण कई छोटे आंदोलन हुए थे।