पूर्व मॉडल दिव्या पाहुजा हत्याकांड मामले में जिस बीएमडब्ल्यू कार का इस्तेमाल दिव्या के शव को गुरुग्राम के होटल से ले जाने के लिए किया गया था, उसका पता पंजाब के पटियाला में लगाया गया है। कार लॉक पाई गई और पुलिस ने अभी तक पुष्टि नहीं की है कि दिव्या का शव कार की डिग्गी में है या नहीं। गुरुग्राम पुलिस ने कहा कि बीएमडब्ल्यू पटियाला के एक बस अड्डे पर मिली है। पुलिस ने कहा कि जिन दो लोगों – बलराज और रवि बांगर – पर दिव्या के शव को पंजाब ले जाने का संदेह है, वे फरार हैं और पुलिस दोनों आरोपियों की तलाश कर रहे हैं।
गुरुग्राम पुलिस उपायुक्त विजय प्रताप सिंह ने कहा कि दो फोन – एक दिव्या का और दूसरा हत्या के मुख्य संदिग्ध अभिजीत सिंह का – भी बरामद कर लिया गया है। हालांकि, दिव्या की बहन ने कहा कि उसके पास एक और फोन था। हालांकि पुलिस उस दुसरे डिवाइस की तलाश कर रही है।
दिव्या पाहुजा की हत्या कथित तौर पर 2 जनवरी को गुरुग्राम के सिटी पॉइंट होटल में हुई थी और अभिजीत इसका मालिक है। इस मामले में अभिजीत और दो अन्य – प्रकाश और इंद्राज – को गुरुग्राम अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया था। प्रकाश और इंद्राज दोनों अभिजीत के होटल में काम करते थे। सीसीटीवी फुटेज में अभिजीत सहित संदिग्धों को नीली बीएमडब्ल्यू कार में दिव्या के शव को बूट में लेकर होटल से जाते हुए दिखाया गया है।
पुलिस को संदेह है कि पूर्व मॉडल का शव पंजाब में किसी नदी में फेंक दिया गया है। गैंगस्टर संदीप गडोली के कथित ‘फर्जी’ एनकाउंटर के मामले में दिव्या पाहुजा को सात साल की जेल हुई थी। पाहुजा, जो कथित तौर पर गाडोली की प्रेमिका थी, को पिछले साल जून में जमानत दे दी गई थी। महीनों बाद मंगलवार को गुरुग्राम के एक होटल में उसकी कथित तौर पर हत्या कर दी गई।
पुलिस बीएमडब्ल्यू कार में आरोपियों द्वारा लिए गए मार्ग पर सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है क्योंकि शव की तलाश अभी भी जारी है।
दिव्या की ‘हत्या’ वाले दिन क्या हुआ था?
गुरुग्राम पुलिस के अनुसार, उन्हें 2 जनवरी को अभिजीत से सिटी प्वाइंट होटल लीज पर लेने वाले अनूप का फोन आया, जिसने कहा कि कमरे में एक शव मिला है। पुलिस रात करीब 9 बजे पहुंची और अभिजीत के कमरे – 114 – की जांच की, लेकिन कुछ नहीं मिलने पर वापस लौट आई।
पुलिस फिर वापस आई और अनूप से सीसीटीवी फुटेज मांगा जहां उसने देखा कि आरोपी दिव्या के शव को लेकर जा रहे थे। बाद में, पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिली, जिससे पता चला कि अभिजीत, दिव्या और एक अन्य व्यक्ति 2 जनवरी को सुबह लगभग 4 बजे होटल के रिसेप्शन पर पहुंचे और कमरा नंबर 111 में चले गए। यहीं पर दिव्या का शव छिपाया गया था, जबकि पुलिस 114 नंबर कमरे की तलाशी ले रही थी।
उस दिन रात 10:45 बजे के सीसीटीवी फुटेज में तीन आरोपी दिव्या के शव को चादर में लपेटकर होटल से बीएमडब्ल्यू कार में ले जाते दिखे।
अभिजीत सिंह ने पुलिस को बताया कि दिव्या से उसकी पहचान बिंदर गुज्जर नाम के शख्स ने कराई थी। गुज्जर को मुंबई पुलिस ने 2019 में संदीप गडोली की “फर्जी” मुठभेड़ की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया था। गुज्जर फिलहाल सलाखों के पीछे है।
पूछताछ के दौरान अभिजीत ने पुलिस को बताया कि दिव्या के मोबाइल फोन में उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें थीं और वह उनके बदले में उसे ब्लैकमेल कर रही थी। अभिजीत पासवर्ड मांग रहा था और जब दिव्या ने नहीं दिया तो उसने कथित तौर पर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस मोबाइल फोन का पता लगाने का प्रयास कर रही है।