राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव ने कहा है कि विपक्षी गुट भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (I.N.D.I.A) की बैठक 17 दिसंबर को होगी। पहले यह बैठक बुधवार को होनी थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सहित शीर्ष नेताओं की बैठक में उपस्थिति को लेकर असमर्थता जताने के बाद इस बैठक को स्थगित कर दिया गया।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन यात्रा नहीं कर सकेंगे और बैठक में शामिल नहीं हो पा रहे हैं क्योंकि चक्रवात मिचौंग के कारण चेन्नई हवाईअड्डा बंद है तो वहीं नीतीश कुमार अस्वस्थ थे और ममता बनर्जी और अखिलेश यादव ने सूचित किया था कि उनकी पूर्व प्रतिबद्धताएँ हैं।
इस बैठक से पहले कुछ दल कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं। बीते दिन ही ममता बनर्जी ने किसी भी बैठक की जानकारी होने से मना किया था तो अब समाजवादी पार्टी ने इस बैठक में खराब समन्वय के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। सपा पहले से ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन न होने को लेकर खफा है। ऐसे में सपा नेता राजीव राय ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने सारे सहयोगी दलों से बात कर मीटिंग तय नहीं की होगी। अच्छा होता की बात करके मीटिंग तय की गई होती।
कांग्रेस ने बुधवार, 6 दिसंबर को नई दिल्ली में I.N.D.I.A गठबंधन के साझेदारों की बैठक बुलाई थी, क्योंकि भाजपा ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनाव में जीत प्राप्त कर ली है। विधानसभा चुनावों में भाजपा से 3-1 से हार के कारण हिंदी पट्टी में कांग्रेस का लगभग सफाया हो गया, जिससे 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति को फिर से तैयार करने की आवश्यकता का संकेत मिला है।
I.N.D.I.A ब्लॉक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व वाले बड़े-बड़े राजनीतिक दलों का गठबंधन है। इसका गठन 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से मुकाबला करने के लिए किया गया था। इसका गठन जुलाई 2023 में बेंगलुरु में एक विपक्षी पार्टी की बैठक के दौरान किया गया था।
पिछली विपक्षी बैठक की मेजबानी शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने की थी और इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पांच राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित थे। दो दिवसीय विचार-विमर्श में, गठबंधन ने आगामी आम चुनावों के लिए प्रमुख चुनावी मुद्दों पर चर्चा की, समन्वय समिति बनाई, और 2024 के भारतीय आम चुनावों को ‘जहाँ तक संभव हो’ एक साथ लड़ने के लिए तीन सूत्री प्रस्ताव पारित किया था।