लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाजपा सदस्य रमेश बिधूड़ी द्वारा बसपा के दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल के मुद्दे पर सांसदों की शिकायतों को विशेषाधिकार समिति को भेज दिया है। जबकि दानिश अली, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और द्रमुक के कनिमोझी सहित कई अन्य विपक्षी सांसदों ने बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, निशिकांत दुबे जैसे कई भाजपा सांसदों ने कहा कि बसपा सांसद दानिश अली ने सदन में बोलते समय दक्षिण दिल्ली के सांसद बिधूड़ी को उकसाया था और लोकसभा स्पीकर से आग्रह किया कि वो इस पहलू पर भी गौर करें।
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इससे पहले बीएसपी सांसद दानिश अली ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने बिधूड़ी के मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने की मांग की थी। यूपी की अमरोहा सीट से सांसद दानिश अली ने चिट्ठी में लिखा था कि इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजा जाए। किसी भी अनुभवी सदस्य को अनुशासित करने का यही तरीका है, ताकि हमारे देश का माहौल और खराब न हों। हालांकि, इससे पहले ओम बिरला ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रमेश बिधूड़ी को भाषा की मर्यादा बनाए रखने की चेतावनी दी थी। उन्होंने ये भी कहा था कि अगर भविष्य में ऐसा दोबारा होता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि सभापति ने ये सभी शिकायतें बीजेपी सांसद सुनील कुमार सिंह की अध्यक्षता वाली विशेषाधिकार समिति को भेज दी हैं।
एक्स पर एक पोस्ट में, निशिकांत दुबे ने मामले को समिति को सौंपने के लिए अध्यक्ष को धन्यवाद दिया।
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उन्होंने कहा, ”यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि भाजपा के पास लोकसभा में बहुमत है।” उन्होंने पिछली कई घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि इन मुद्दों की जांच के लिए कोई समिति नहीं बनाई गई और न ही किसी को दंडित किया गया।
मालूम हो कि चंद्रयान-3 मिशन पर चर्चा के दौरान बिधूड़ी ने लोकसभा में अली के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। विवाद बढ़ने पर बीजेपी ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है कि आखिर उनके खिलाफ पार्टी कार्यवाही क्यों नहीं करे? उन्हें पार्टी की अनुशासन समिति को 15 दिन में नोटिस का जवाब देना होगा। दक्षिणी दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने वाले बिधूड़ी की टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है।