पश्चिमी दिल्ली के रघुबीर नगर में शुक्रवार रात एक 50 वर्षीय पुलिसकर्मी पर एक महिला समेत तीन लोगों ने बेरहमी से हमला किया। पीड़ित की पहचान एमजी राजेश के रूप में हुई है, जब हमला हुआ तब वह अपनी ड्यूटी के बाद घर लौट रहा था। पुलिस के मुताबिक, आरोपी कृष्णा सिंह (28), युवराज सिंह (21) और उनकी और मां गाड़ी में थे और उनकी राजेश की कार से मामूली टक्कर हो गई। इसके तुरंत बाद, उन्होंने राजेश को उसकी कार से बाहर खींच लिया और फिर उसे लोहे की रॉड और ईंट से पीटना शुरू कर दिया।
पीड़ित हेड कांस्टेबल ने बताया, आरोपी में से दो युवक कार से निकले और मुझ पर चिल्लाने लगे और कार से बाहर आने को कहा। कार से एक महिला भी निकली। अचानक तभी उनमें से एक युवक ने ईंट से मेरे वाहन की ‘विंडशील्ड’ को क्षतिग्रस्त कर दिया और मुझे बाहर खींच कर बेरहमी से पीटने लगे।’ हेड कांस्टेबल ने बताया कि अपने आप को बचाने के लिए उन्होंने एक युवक को दूर धकेल दिया, लेकिन महिला ने पर उन पर कथित रूप से ईंट से हमला कर दिया। उन्होंने कहा, ‘एक युवक ने मुझे पकड़ लिया और दूसरे ने लोहे की छड़ से हमला कर दिया, जिससे मैं बेहोश होकर जमीन पर गिर गया।’
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, ‘मैं अपनी चोटों के कारण उस समय बयान देने में असमर्थ था।’ हमले के कारण राजेश को गंभीर चोटें आईं। यह भी पता चला कि घटना के वक्त राजेश वर्दी में नहीं था।
ख्याला पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 279 (लापरवाह तरीके से वाहन चलाना), 307 (हत्या का प्रयास) और 34 (साझा इरादा) और मोटर वाहन अधिनियम की धारा 184 के तहत तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। हमले के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रविवार को रघुबीर नगर इलाके से कृष्णा और युवराज को गिरफ्तार कर लिया।
इसके अतिरिक्त, भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस बीच, हमले के दौरान मौजूद महिला की भूमिका की अभी भी जांच की जा रही है। दोनों के साथ उनके रिश्ते की अभी पुष्टि नहीं हुई है।
राजेश फिलहाल अपनी चोटों का इलाज करा रहे हैं। आगे की जांच चल रही है।