INDIA गठबंधन की समन्वय समिति ने बुधवार को अपनी पहली बैठक की। कई विपक्षी दलों के नेताओं ने जल्द सीट-बंटवारे का फार्मूला तैयार करने की मांग की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ विपक्ष की ओर से एक संयुक्त उम्मीदवार खड़ा किया जाए। हालाँकि, कई नेताओं ने कहा कि पार्टियों को इस तरह के फॉर्मूले पर पहुंचने के लिए अपने अहंकार और निहित स्वार्थों को छोड़ना होगा।
‘इंडिया’ ब्लॉक अक्टूबर के पहले सप्ताह में मध्य प्रदेश के भोपाल में अपनी पहली सार्वजनिक बैठक आयोजित करेगा। यह घोषणा इंडिया ब्लॉक की समन्वय समिति की बुधवार को हुई पहली बैठक के बाद हुई। विपक्षी गठबंधन द्वारा जारी एक संयुक्त बयान के अनुसार, पब्लिक मीटिंग्स “भाजपा सरकार की बढ़ती कीमतों, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों” पर केंद्रित होगी।
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विपक्ष के 13 सदस्यीय कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर हुई। समन्वय समिति ने आगामी 2024 लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे सहित विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा की।
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समिति ने पिछले चुनावों में पार्टियों के प्रदर्शन और प्रत्येक राज्य में सबसे बड़ी पार्टी की ताकत के आधार पर सीट-बंटवारे का फॉर्मूला तय करने के लिए सदस्य दलों के बीच बातचीत शुरू करने का फैसला किया। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का उम्मीदवार खड़ा किया जाए।
संयुक्त बयान के अनुसार, इसके अलावा, पार्टियां बिहार में जाति जनगणना के मुद्दे को संबोधित करने पर सहमत हुईं।
केसी वेणुगोपाल ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “समन्वय समिति की पहली बैठक में 12 सदस्य दलों ने भाग लिया। समिति ने देश के विभिन्न हिस्सों में संयुक्त सार्वजनिक बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया। पहली आमसभा अक्टूबर के पहले सप्ताह में भोपाल में होगी। हम भाजपा शासन में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे। पार्टियां जाति जनगणना का मुद्दा उठाने पर सहमत हुईं।”
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उन्होंने आगे कहा, समन्वय समिति ने मीडिया पर उप-समूह को उन एंकरों के नाम तय करने के लिए अधिकृत किया जिनके शो में ‘इंडिया’ की कोई भी पार्टी अपने प्रतिनिधियों को नहीं भेजेगी।
इससे पहले मंगलवार को शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में शरद पवार से मुलाकात की, जहां उनकी बैठक लगभग 90 मिनट तक चली। पत्रकारों से बात करते हुए, एनसीपी (शरद पवार गुट) की राज्य इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल, जो शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत के साथ बैठक का हिस्सा थे, ने कहा कि इंडिया ब्लॉक के समन्वय पैनल की बैठक और महाराष्ट्र के वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई।
विपक्ष के इंडिया ब्लॉक की समन्वय सह चुनाव रणनीति समिति में 13 सदस्य हैं – केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस), टीआर बालू (डीएमके), हेमंत सोरेन (जेएमएम), संजय राउत (शिवसेना-यूबीटी), तेजस्वी यादव (आरजेडी), राघव चड्ढा (आप), जावेद अली खान (एसपी), ललन सिंह (जेडी-यू), डी राजा (सीपीआई), उमर अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस), महबूबा मुफ्ती (पीडीपी), अभिषेक बनर्जी (टीएमसी), और सीपीआई-एम से एक सदस्य।
इस बीच सीपीएम ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया। सीपीएम ने अभी तक किसी भी कमेटी में शामिल होने पर फैसला नहीं लिया है। सूत्रों के मुताबिक, सीपीएम ने 16 और 17 सितंबर को अपनी उच्च स्तरीय पोलित ब्यूरो की बैठक बुलाई है। इस बैठक में तय किया जाएगा कि इंडिया ब्लॉक के किसी कोआर्डिनेशन कमेटी में उनका प्रतिनिधित्व होगा या नहीं? सीपीएम ने यह जानकारी इंडिया गठबंधन के नेताओं को भी दे दी है। इस बैठक में JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी शामिल नहीं हुए। उन्होंने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया है। हालांकि, उनकी जगह JDU नेता और बिहार सरकार के मंत्री संजय कुमार झा बैठक में शामिल हुए। तृणमूल कांग्रेस की तरफ से अभिषेक बनर्जी बैठक में शामिल नहीं हुए क्योंकि उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पेशी के लिए बुलाया था।
जून में पटना में विपक्षी गुट की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्येक सीट से सबसे मजबूत उम्मीदवार को चुना जाएगा।
ब्लॉक की तीसरी बैठक के बाद 1 सितंबर को जारी प्रस्ताव में कहा गया है कि पार्टियां “जहां तक संभव हो” एक साथ चुनाव लड़ेंगी, और विभिन्न राज्यों में सीटों के बंटवारे की व्यवस्था “तुरंत शुरू” की जाएगी और “जल्द से जल्द” संपन्न की जाएगी।”
मालूम हो कि 26 विपक्षी दलों द्वारा गठित इंडिया ब्लॉक का लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनावों में एकजुट होकर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को चुनौती देना है। समन्वय समिति विपक्षी गठबंधन की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था के रूप में कार्य करती है।