प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अफ्रीकी संघ (एयू) को जी20 में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और उनके प्रस्ताव को सभी सदस्य देशों ने स्वीकार कर लिया। जयकारों और तालियों के बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर कोमोरोस संघ के राष्ट्रपति और अफ्रीकी संघ (एयू) के अध्यक्ष अज़ाली असौमानी को जी20 उच्च मेज पर अपनी सीट लेने के लिए ले गए। पीएम मोदी ने कहा, “आप सभी के समर्थन से, मैं अफ्रीकी संघ को जी20 में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं।”
PM @narendramodi invites the Head of the African Union to take his seat, as a permanent member of the G20 as the first session of the Summit begins.#G20SummitDelhi #G20India #G20India2023 #G20 #G20Summit @g20org pic.twitter.com/92Jh57zZuV
— DD News (@DDNewslive) September 9, 2023
पीएम ने कहा, सबके साथ की भावना से ही भारत ने प्रस्ताव रखा था कि अफ्रीकन यूनियन को जी-20 की स्थायी सदस्यता दी जाए। मेरा विश्वास है कि इस प्रस्ताव पर हम सबकी सहमति है। आप सबकी सहमति से कार्यवाही शुरू होने से अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता के लिए आमंत्रित करते हैं।
सभी सदस्य देशों ने पीएम मोदी का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। उसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर, अफ्रीकी संघ (एयू) के अध्यक्ष अजाली असौमानी को जी-20 की टेबल पर अपनी सीट लेने के लिए लेकर पहुंचे। AU एक प्रभावशाली संगठन है, जिसमें 55 सदस्य देश शामिल हैं।
PM मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया और कहा, जी20 परिवार के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी यूनियन का स्वागत करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। इससे जी20 मजबूत होगा और ग्लोबल साउथ की आवाज भी मजबूत होगी।
Honoured to welcome the African Union as a permanent member of the G20 Family. This will strengthen the G20 and also strengthen the voice of the Global South. pic.twitter.com/fQQvNEA17o
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2023
ग्लोबल साउथ के इस प्रमुख गुट को विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के विशिष्ट समूह में लाने के इस प्रस्ताव को खूब सराहा गया।
इसके साथ ही अफ्रीकी संघ G20 में स्थायी सदस्य बन गया।
पीएम मोदी ने विश्व में ‘विश्वास का संकट’ बताकर ‘सबका साथ, सबका विकास’ वाला मंत्र दिया। मोदी ने कहा, ये वो समय है, जब वर्षों पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान मांग रही हैं। इसलिए हमें मानव शांति दृष्टिकोण के साथ अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है। कोरोना के बाद विश्व में एक बहुत बड़ा संकट विश्वास के अभाव का आया है। युद्ध ने इस विश्वास के संकट को और गहरा किया है। जब हम कोविड को हरा सकते हैं तो हम आपसी विश्वास पर आए इस संकट पर भी विजय प्राप्त कर सकते हैं। आज जी-20 के प्रेसिडेंट के तौर पर भारत पूरी दुनिया का आह्वान करता है कि हम मिलकर सबसे पहले वैश्विक तौर पर इस संकट को एक विश्वास और भरोसे में बदलें। यह हम सभी के साथ मिलकर चलने का समय है। इसलिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास का मंत्र हम सभी के लिए एक पथ पथप्रर्दशक बन सकता है।
#WATCH | The 21st century is an important time to show the world a new direction. This is the time when old problems are seeking new solutions from us and that is why we should move ahead fulfilling our responsibilities with a human-centric approach…If we can defeat COVID-19,… pic.twitter.com/b6PgHBwxH0
— DD News (@DDNewslive) September 9, 2023