महाराष्ट्र पुलिस ने कहा है कि नासिक में कथित तौर पर अपनी कार में गोमांस ले जाने के आरोप में भीड़ ने दो लोगों की बेरहमी से पिटाई की। उनमें से एक की बाद में हमले में लगी चोटों के कारण मृत्यु हो गई।
नासिर शेख और अफान अब्दुल मजीद अंसारी मुंबई की यात्रा कर रहे थे। जब वे सिन्नर घोटी राजमार्ग पर थे, तो उनकी कार को लोगों के एक समूह ने निरीक्षण के लिए रोका। निरीक्षण के दौरान समूह को कथित तौर पर कार में गोमांस मिला। पुलिस ने बताया कि करीब 15 लोगों ने दोनों पर लोहे की छड़ों और लाठियों से हमला किया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां अफान अब्दुल मजीद अंसारी ने दम तोड़ दिया।
मॉब लिंचिंग | महाराष्ट्र (नासिक)
मुंबई कुर्ला के रहने वाले दो मुस्लिम युवकों को गौमांस ले जाने के शक़ में भीड़ ने बेरहमी से पीटा जिसमें से एक ‘अफ़ान अब्दुल मजीद अंसारी’ कि मौत हो गई है,
वहीं दूसरे नासिर गुलाम हुसैन कुरैशी का इलाज चल रहा है, 10-15 अज्ञातों के खिलाफ़ मामला दर्ज… pic.twitter.com/ko81g61pqW
— Ashraf Hussain (@AshrafFem) June 26, 2023
मुंबई के कुर्ला में रहने वाले 32 वर्षीय अफान अंसारी अपने सहयोगी नासिर शेख के साथ कार में जा रहे थे। तभी गोरक्षकों को सूचना मिली की दोनों व्यक्ति गोमांस ले जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक कथित तौर पर गोरक्षकों ने उनकी कार को रास्ते में रुकवाया और पीटना शुरू कर दिया। बाद में आरोपी दोनों को घायल अवस्था में छोड़कर घटनास्थल से फरार हो गए।
इस घटना में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने फिलहाल दस लोगों को हिरासत में लेक उनसे पूछताछ शुरू की है। पीएसआई सुनील भामरे ने कहा कि व्यक्ति वास्तव में गोमांस ले जा रहे थे या नहीं, यह लैब रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।
सुनील भामरे ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची थी। घटनास्थल पर उन्हें एक कार क्षतिग्रस्त हालत में मिली।जिसके अंदर दो लोग घायल अवस्था में थे। पुलिस ने दोनों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक का इलाज शुरू है।
मार्च में इसी तरह की एक घटना में, बिहार के सारण जिले में एक 56 वर्षीय व्यक्ति की कथित तौर पर इस संदेह पर पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी कि वह गोमांस ले जा रहा था।
रिपोर्टों के अनुसार, नसीम कुरेशी नाम के व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें एक सरपंच सुशील सिंह और ग्रामीण रवि साह और उज्जवल शर्मा शामिल थे।