ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार को तीन ट्रेनों, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के आपस में टकराने से अब तक कम से कम 238 लोग मारे गए और 900 से अधिक घायल हो गए हैं। दुर्घटना के बाद, हावड़ा की ओर जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा ट्रेन के कई डिब्बे बहनागा बाजार में पटरी से उतर गए और बगल की पटरियों पर गिर गए। हादसे के बाद बचाव और राहत का कार्य जारी है। रेल मंत्री ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। हादसे की वजह से कई ट्रेनें आज कैंसिल हो गई हैं। इस बीच मरने वालों की संख्या में वृद्धि लगातार जारी है।
#WATCH | Aerial visuals from ANI’s drone camera show the extent of damage at the spot of the #BalasoreTrainAccident in Odisha. pic.twitter.com/YSflSpuF9d
— ANI (@ANI) June 3, 2023
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने जानकारी दी है कि अब तक 238 लोगों की मृत्यु हुई है, लगभग 900 लोग घायल हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।
#WATCH | As of now, 238 people have died. Around 900 passengers injured, says Odisha Chief Secretary Pradeep Jena#BalasoreTrainAccident pic.twitter.com/8cqSSiTiA7
— ANI (@ANI) June 3, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ट्रेन हादसे के बाद पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। पीएम ने इस रेल हादसे की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई है। वहीं दो केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और धर्मेंद्र प्रधान घटनास्थल पर पहुंचकर हालातों का जायजा ले रहे हैं।
Prime Minister Narendra Modi has convened a meeting to review the situation in relation to the rail accident: Govt of India Sources#BalasoreTrainAccident pic.twitter.com/Rmk0R9kZ9J
— ANI (@ANI) June 3, 2023
हाल के दशकों में भारत में हुई कुछ सबसे घातक ट्रेन दुर्घटनाओं की सूची ये है:
जून 1981: इस घटना में कम से कम 800 लोग मारे गए थे जब एक खचाखच भरी पैसेंजर ट्रेन के पीछे के सात डिब्बे चक्रवात के दौरान पटरी से उतर कर नदी में गिर गए थे।
जुलाई 1988: दक्षिण भारत में क्विलोन के पास एक एक्सप्रेस ट्रेनझील में गिर गई, जिसमें कम से कम 106 लोगों की मौत हो गई। पेरुमन रेलवे दुर्घटना 8 जुलाई 1988 को हुई थी, जब केरल में अष्टमुडी झील के ऊपर पेरुमन पुल पर एक ट्रेन पटरी से उतर गई थी और ट्रेन के 10 डिब्बे पानी में गिर गए थे।
अगस्त 1995: दिल्ली से 200 किमी (125 मील) दूर दो ट्रेनों की टक्कर में कम से कम 350 लोग मारे गए। फिरोजाबाद रेल दुर्घटना 20 अगस्त 1995 को 02:55 बजे हुई जब एक यात्री ट्रेन नीलगाय से टकराने के बाद रुकी ट्रेन से टकरा गई।
अगस्त 1999: कलकत्ता के पास दो ट्रेनें आपस में टकरा गईं, जिससे कम से कम 285 लोगों की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब करीब 2,500 लोगों को ले जा रही दो ट्रेनें पश्चिम बंगाल के सुदूर गायल स्टेशन पर आपस में टकरा गईं। यह सिग्नलिंग एरर के कारण हुआ। दोनों ट्रेनें एक ही ट्रैक का उपयोग कर रही थीं क्योंकि लाइन पर चार में से तीन ट्रैक रखरखाव के लिए बंद थे।
अक्टूबर 2005: वेलुगोंडा के पास दक्षिणी आंध्र प्रदेश राज्य में एक पैसेंजर ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। 29 अक्टूबर 2005 को हुई दुर्घटना में कम से कम 77 लोग मारे गए थे।
जुलाई 2011: फतेहपुर में एक मेल ट्रेन के पटरी से उतरने से करीब 70 लोगों की मौत हो गई और 300 से ज्यादा घायल हो गए। दुर्घटना 10 जुलाई 2011 को 12:20 बजे हुई, जब हावड़ा-कालका मेल के 15 डिब्बे मालवन के पास पटरी से उतर गए। समाचार रिपोर्टों के अनुसार, ट्रेन के एसी डिब्बों में आग लगने और चिंगारी निकलने की सूचना मिली थी।
मई 2012: 22 मई 2012 को हम्पी एक्सप्रेस हादसे में आंध्र प्रदेश के करीब एक मालगाड़ी और हुबली-बैंगलोर हम्पी एक्सप्रेस की टक्कर हो गई थी। ट्रेन के पटरी से उतर जाने के कारण करीब 25 लोगों की मौत हो गई और करीब 43 लोग घायल हो गए।
मई 2014: 26 मई को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर इलाके में गोरखपुर की ओर जा रही गोरखधाम एक्सप्रेस खलीलाबाद स्टेशन के पास रुकी मालगाड़ी से टकरा गई, जिससे 25 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए।
नवंबर 2016: उत्तर प्रदेश में एक एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने से 146 लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो गए। 20 नवंबर 2016 को इंदौर-पटना एक्सप्रेस 19321 सुबह करीब 3.10 बजे पुखरायां, कानपुर के पास पटरी से उतर गई और लगभग चौदह डिब्बे पटरी से उतर गए।
जनवरी 2017: दक्षिणी आंध्र प्रदेश में एक पैसेंजर ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर जाने से कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई। 21 जनवरी 2017 को जगदलपुर से भुवनेश्वर जाने वाली हीराखंड एक्सप्रेस 18448, विजयनगरम के कुनेरू गांव के पास पटरी से उतर गई।
अगस्त 2017: 19 अगस्त को पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस मुजफ्फरनगर में पटरी से उतर गई, जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई और लगभग 60 अन्य घायल हो गए। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में खतौली के पास शाम करीब 5:45 बजे ट्रेन के 23 में से 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी।
अगस्त 2017: 23 अगस्त 2017 को दिल्ली जाने वाली कैफियत एक्सप्रेस के नौ कोच उत्तर प्रदेश के औरैया के पास पटरी से उतर गए, जिससे कम से कम 70 लोग घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब ट्रेन लाइन पर डंप ट्रक से टकरा गई।
अक्टूबर 2018: उत्तरी भारत के अमृतसर में एक त्योहार के लिए पटरियों पर जमा भीड़ के बीच एक कम्यूटर ट्रेन दौड़ गई, जिसमें कम से कम 59 लोगों की मौत हो गई और 57 घायल हो गए। दशहरा समारोह देखने के लिए भीड़ पटरियों पर जमा हो गई थी।