एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने गुरुवार को विपक्षी एकता को लेकर नई दिल्ली में खड़गे के आवास पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की। इन नेताओं के विपक्षी एकता वार्ता की आगे बढ़ने की संभावना है क्योंकि आने वाले दिनों में और विचार-विमर्श होने की उम्मीद है।
शरद पवार की यह बैठक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके डिप्टी तेजस्वी यादव के खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात के एक दिन बाद हुई। गुरुवार शाम को हुई बैठक में 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के एक साझा मंच पर आने के विषय में चर्चा हुई।
बैठक के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हम सब एकजुट हैं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मुझे खुशी है कि शरद पवार मुंबई से हमसे मिलने आए और हमारा मार्गदर्शन किया। मैंने और राहुल गांधी ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के साथ बातचीत की थी कि देश में हम विपक्ष का यूनिटी रखेंगे। उन्होंने कहा कि देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए हम एक होकर लड़ने के लिए तैयार हो रहे हैं। एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा कि मैं चाहता हूं कि सभी विपक्षी दलों के नेताओं से बात होनी चाहिए। ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल से भी बात होनी चाहिए। हमें उनके पास जाकर बात करना चाहिए। हम विपक्ष को एकजुट करने के लिए सबको साथ लेकर आगे चलेंगे।
आज सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है, युवाओं के पास रोजगार नहीं है, महंगाई लगातार बढ़ रही है और बोलने की आजादी छीनी जा रही है।
ऐसे में हमने लोकतंत्र की रक्षा करने के साथ ही देश को बचाने के लिए एक होकर आगे बढ़ने का निर्णय लिया है।
: कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge pic.twitter.com/xZSgfyWwsU
— Congress (@INCIndia) April 13, 2023
शरद पवार के साथ कांग्रेस नेताओं की मुलाकात को इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि हाल के दिनों कुछ मुद्दों पर शरद पवार ने कांग्रेस के रुख से अलग हटकर बयान दिया था। पवार ने अडानी ग्रुप से जुड़े मामले की जांच जेपीसी से कराने की विपक्ष की मांग के बीच सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित समिति से मामले की जांच कराने की वकालत की थी। पवार ने कहा था कि जेपीसी की बदले, सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त समिति को इस मुद्दे की जांच करनी चाहिए। उनके इस बयान को विपक्षी दलों में दरार के रूप में देखा जा रहा था।
शरद पवार विपक्ष के सबसे अनुभवी नेता माने जाते हैं और 48 लोकसभा सीटों वाली महाराष्ट्र में वो कांग्रेस, एनसीपी और उद्धव ठाकरे की पार्टी के गठबंधन की प्रमुख कड़ी रहे हैं।
खबर है कि कांग्रेस बहुत जल्द विपक्ष के शीर्ष नेताओं की बैठक बुलाने वाली है।
वहीं गुरुवार को नीतीश कुमार ने वामपंथी दिग्गजों सीताराम येचुरी और डी राजा से मुलाकात के साथ विपक्षी एकता को मजबूत करने के प्रयासों को गति दी। जदयू प्रमुख आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात के बाद राष्ट्रीय राजधानी से रवाना हुए। कुमार के साथ बैठक के बाद माकपा महासचिव येचुरी ने कहा कि सीटों का समायोजन राज्य स्तर पर किया जाएगा और संकेत दिया कि तीसरे मोर्चे की संभावना है। माकपा महासचिव ने कहा, “विपक्षी एकता के प्रयासों ने गति पकड़ी है। एक विपक्षी गठबंधन बनाया जाएगा और सीटों का समायोजन राज्य स्तर पर किया जाएगा।”