जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख डॉ फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी सत्ता में रहने के लिए केवल राम के नाम का उपयोग करती है, लेकिन राम अकेले हिंदुओं के भगवान नहीं हैं। उन्होंने पैंथर्स पार्टी द्वारा आयोजित एक रैली में कहा कि, “भगवान राम केवल हिंदुओं के भगवान नहीं हैं। कृपया इस धारणा को अपने दिमाग से हटा दें। भगवान राम सभी के भगवान हैं – चाहे वह मुस्लिम हों या ईसाई या अमेरिकी या रूसी, जो उनमें आस्था रखते हैं।”
उन्होंने कहा, “जो लोग आपके पास यह कहते हुए आते हैं कि हम केवल राम के शिष्य हैं – वे मूर्ख हैं। वे राम के नाम पर बेचना चाहते हैं। उन्हें राम से नहीं बल्कि सत्ता से प्यार है।”
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि एक पाकिस्तान के बुजुर्ग प्रोफेसर, जिनकी कुछ समय पहले मृत्यु हुई है, उन्होंने लिखा था कि लोगों को सही रास्ता दिखाने के लिए भगवान राम भी अल्लाह की तरफ से ही भेजे गए हैं।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “गांधीजी ने राम राज्य के बारे में बात की। राम राज्य से उनका मतलब कल्याणकारी राज्य से था, जहां सभी को समान अवसर मिलेंगे और किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। हम सभी को गांधीजी के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।”
अब्दुल्ला ने कहा, “मुझे लगता है कि जब जम्मू-कश्मीर में चुनावों की घोषणा होगी तो वे आम आदमी का ध्यान हटाने के लिए राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे।”
गैर-बीजेपी दलों के बीच एकता पर उन्होंने कहा, “हमारी एकता में कोई बाधा नहीं होगी। चाहे वह कांग्रेस हो, नेकां, या पैंथर्स। हम लोगों के लिए लड़ेंगे और मरेंगे। लेकिन हम सभी एकजुट रहेंगे।” उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को लेकर सवाल उठाए और लोगों से इसके इस्तेमाल को लेकर सतर्क रहने को कहा।
उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव से पहले धार्मिक ध्रुवीकरण के खिलाफ भी लोगों को आगाह किया। उन्होंने कहा, “वे चुनाव के दौरान ‘हिंदू खतरे में हैं’ का खूब इस्तेमाल करेंगे… लेकिन मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इसका शिकार न हों।”