कांग्रेस पार्टी के नेता और प्रवक्ता पवन खेड़ा ने राहुल गांधी की लंदन टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपहास का जवाब दिया है और कहा कि प्रधानमंत्री पर हमला करना देश पर हमला नहीं है। मालूम हो कि बीते दिनों खेड़ा को ‘नरेंद्र गौतमदास मोदी’ टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्होंने माफी भी मांगी थी।
आपकी नीतियों की निंदा कब से देश की निंदा हो गई?
आप सिर्फ़ एक प्रधानमंत्री हैं, ना आप देश हैं, ना भगवान हैं और ना ही सृष्टिकर्ता हैं। https://t.co/QeUOeuOq82— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) March 12, 2023
पवन खेड़ा ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि, “आपने अपने पूर्ववर्तियों की आलोचना करते हुए नौ साल बिताए हैं। जब आप कहते हैं कि पिछले 70 सालों में कोई काम नहीं हुआ, ये कहकर आप तीन पीढ़ियों का अपमान करते हैं। संसद में आप अपना बिगुल बजाते हैं और कहते हैं एक अकेला सब पर भारी… दुनिया आपको देखती है और आप पर हंसती है। लेकिन तब आप देश की छवि के बारे में नहीं सोचते”।
जब आप देश के पूर्वजों को गाली दे दे कर नौ साल गँवा रहे थे, तब भी विश्व देख रहा था। जब आप विदेश में खड़े होकर बोल रहे थे कि भारत में पैदा होना ही एक दुर्भाग्य था, तब भी विश्व सुन रहा था और आप पर हंस भी रहा था।
प्रधान मंत्री जी, बोए पेड़ बबूल का तो आम कहाँ ते होय…. pic.twitter.com/4JThcRfTHr— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) March 12, 2023
रविवार को कर्नाटक में पीएम मोदी ने लंदन में राहुल गांधी के लोकतंत्र पर हमले वाली टिप्पणी का जिक्र किया था और कहा था कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग लंदन में भारत के लोकतंत्र पर हमला करते हैं जहां गुरु बसवेश्वर की मूर्ति है।
पवन खेड़ा ने कहा कि, “जब आपने विदेशी मीडिया पर छापा मारने का आदेश दिया, तो आपको देश की छवि की चिंता नहीं थी। जब आप दक्षिण कोरिया गए और कहा कि भारत में जन्म लेना दुर्भाग्य माना जाता है, तो आपने भारत की छवि के बारे में नहीं सोचा।” प्रधानमंत्री जी, आप लोकतंत्र पर हमला करते हैं और इसलिए इस पर बहस हो रही है। और अगर कैंब्रिज के छात्रों के सामने भारतीय लोकतंत्र की चुनौतियों पर चर्चा हो रही है तो वो लोकतंत्र को मजबूत करने की कोशिश है”।
कांग्रेस नेता ने कहा, “आपको अपने बारे में कुछ गलतफहमियां हैं। आप सिर्फ प्रधानमंत्री हैं, आप भगवान नहीं हैं, आप निर्माता नहीं हैं, आप सूरज नहीं उगते… अपने बारे में इन गलतफहमियों को दूर करें।” खेड़ा ने आगे कहा, “आपकी नीतियों की आलोचना देश की आलोचना करने के बराबर कब हो गई? आप सिर्फ प्रधानमंत्री हैं, देश नहीं, भगवान नहीं, निर्माता नहीं।”