नई दिल्ली: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के को-आप्सन चुनाव में दोनों सीटों को जीतने की बादल दल की मंशा पुरी ना होने पर जागो पार्टी ने खुशी जताई है। जागो पार्टी के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार परमजीत सिंह सरना को सभी उम्मीदवारों में से सबसे अधिक वोट डलने को विपक्षी एकता का प्रतीक बताया है। हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश की वजह से दोनों को-आप्सन सीटों के विजेताओं के नामों की दिल्ली गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय ने आधिकारिक घोषणा नहीं की। लेकिन वोटों की गिनती की वजह से सरना व अकाली उम्मीदवार विक्रम सिंह रोहिणी की जीत तय मानी जा रही हैैं। जीके ने बताया कि अकाली उम्मीदवारों विक्रम सिंह व जसविंदर सिंह जौली को क्रमश 15 और 12 वोट मिली है, जबकि सरना को 18 वोटें मिली है। कल देर रात को निदेशालय ने दिल्ली के पंजीकृत 282 सिंह सभा गुरद्वारों की सूची जारी की थी। परन्तु उस सूची में कई खामियां थीं, जिस पर हमने विरोध दर्ज करवाया। जिसके बाद निदेशालय ने आज 2 सिंह सभा अध्यक्षों का कमेटी सदस्य के तौर पर लाटरी से होने वाले चुनाव को रद्द कर दिया।
जीके ने आरोप लगाया कि बादल दल ने अपने लोगों को जबरदस्ती सिंह सभा अध्यक्षों की सूची में डलवाया था, ताकि वो अवैध तरीके से 2 सीटें जीत सकें। जीके ने कहा कि दिल्ली कमेटी के प्रबंध अधीन आते गुरुद्वारा भाई लालो जी, रानी बाग की सब-कमेटी के अध्यक्ष तथा शकूर बस्ती वार्ड से चुनाव हारे बादल दल के प्रत्याशी स्मार्टी चड्ढा को गुरुद्वारा भाई लालो जी का अध्यक्ष, सिंह सभाओं की सूची में बताया जा रहा है। कल तो यह गुरुद्वारा बंगला साहिब और गुरुद्वारा शीशगंज साहिब के अध्यक्षों के नाम भी लक्की ड्रा में डलवा देंगे। इन्हें यह नहीं पता कि दिल्ली कमेटी अपने गुरुद्वारों की सब- कमेटी के अध्यक्षों को सिंह सभा सूची में नहीं डाल सकती। जीके ने बताया कि दिल्ली कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा को शिरोमणी कमेटी द्वारा अपने कोटे का नामजद सदस्य बनाने का भी विरोध किया है। सिरसा को दिल्ली कमेटी में अपने प्रतिनिधि के तौर पर भेजने पर जागो पार्टी के दिल्ली कमेटी सदस्य सतनाम सिंह खीवा ने आज लिखित ऐतराज जमा करवाया है तथा तर्कों के साथ सिरसा के सदस्यता के अयोग्य होने के कारण भी बताए है। जिस वजह से सिरसा को नामजद सदस्य के तौर पर आज प्रमाण पत्र नहीं मिल सका। जीके ने सरना की जीत में सहयोग देने के लिए पंथक अकाली लहर के अध्यक्ष भाई रणजीत सिंह तथा निर्दलीय सदस्य तरविंदर सिंह मारवाह का भी धन्यवाद किया।