दिल्ली: आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की सभी राज्यों के प्रभारी और महासचिवों के साथ अहम बैठक थी, इस बैठक में कोविड19 से जुड़ी बातों के अलावा बढ़ती तेल की कीमतों पर चर्चा हुई। बैठक की शुरुआत में सोनिया गांधी ने वेणुगोपाल के द्वारा भेजे परिपत्र के बारे में चर्चा की कहा कि इसमें चार बिंदुओं में 3 कोविड19 से संबंधित हैं और बढ़ी तेल की कीमतों के मुद्दे के अलावा कमरतोड़ महंगाई भी है।
सोनिया गांधी ने सभी को अपने अपने राज्यों में इसको गंभीरता से लागू करने को कहा है। ताकि पार्टी के द्वारा आम नागरिकों को मिल रही मदद के काम को सुचारू रूप से चलाने में कोई दिक्कत ना हो।
कोरोना महामारी के संबंध में सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से सभी ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन मिले इसके लिए सक्रिय जिम्मेदारी निभाये। इस के साथ राष्ट्रीय वैक्सीनशन की रोज़ की वैक्सीन की गति को बढ़ाये जाने की जरूरत है। ताकि इस साल के अंत तक 75% आबादी वैक्सीन के द्वारा सुरक्षित हो जाये।
इसके लिए वैक्सीन की आपूर्ति जरूरी है, हमें केंद्र सरकार पर दबाव बनाए रखना चाहिए, जिसने हमारी पार्टी के आग्रह पर आखिरकार इसकी जिम्मेदारी ले ली है। इसके साथ साथ हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि पंजीकरण हो, जहाँ भी टीका लगवाने के प्रति किसी प्रकार की झिझक है, उसका निवारण किया जाए तथा वैक्सीन की बर्बादी को न्यूनतम स्तर पर लाया जाए।
इसके अलावा दो और महत्वपूर्ण दो बिंदु है, जिस पर ध्यान देना जरूरी है, विशेषज्ञ अब से कुछ महीनों बाद संभावित तीसरी लहर की बात कर रहे हैं। उनमें से कुछ आने वाले महीनों में बच्चों तरफ इस महामारी को लेकर सचेत रहने को कह रहे है इसपर भी तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। हमें इस संबंध में प्रभावशाली कदम उठाने चाहिए ताकि बच्चों को इस आपदा से बचाया जा सके। इस महामारी से निपटने को हमें बेहतर कदम उठाने होंगे ताकि बेहतर तरीके से निपट सके। पिछले चार महीनों में इस महामारी की दूसरी लहर पूरे देश में लाखों-लाखों परिवारों के लिए भयावह रुप से विनाशकारी रही है। हमें इस अत्यंत पीड़ादायक अनुभव से सीख लेनी चाहिए ताकि पुनः इससे दो-चार न होना पड़े।
सोनिया गांधी ने श्वेत पत्र को लेकर भी बात की कहा कोविड19 कुप्रबंधन से निपटने के लिए इसमें सुझाये गये बातों पर काम।करने की जरूरत हैं। इसके साथ उन्होंने कहा ईंधन की बढ़ती कीमतों से सामान्य लोगों पर पड़ रहे असहनीय बोझ से आप सभी वाकिफ हैं। किसानों और लाखों परिवारों को इससे कितना कष्ट हो रहा है, इस तथ्य को उजागर करने के लिए आंदोलन आयोजित किए गए। लेकिन ईंधन के अलावा, कई अन्य आवश्यक वस्तुओं जैसे दालों और खाद्य तेलों की कीमतें भी आसमान छू रही हैं, जिससे व्यापक संकट पैदा हो गया है। यह मूल्य वृद्धि ऐसे समय में हो रही है जब अभूतपूर्व संख्या में लोग अपनी आजीविका खो रहे हैं, जब बेरोजगारी बढ़ रही है और आर्थिक रिकवरी मात्र मृग तृष्णा है।
सोनिया ने कोरोना संकट में सक्रिय रूप से राहत काम में जुटे पार्टी कार्यकर्ताओं की भी तारीफ की कहा इस मुश्किल की घड़ी में लोगों तक सहायता पहुंचाने के लिए युवा कांग्रेस को समुचित जनसमर्थन प्राप्त हुआ, लेकिन देश भर में ऐसे अनेक कांग्रेस के कार्यकर्ता और कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने इस संकट काल के दौरान राहत गतिविधियों के प्रति स्वयं को समर्पित किया। यही कांग्रेस पार्टी की सामुदायिक सेवा की बेहतरीन परंपरा है। हमें इस दिशा में अपने प्रयास जारी रखने चाहिए। कंट्रोल रूम कार्य करते रहेंगे। हेल्पलाइन भी चालू रहेंगी। एम्बुलेंस और आवश्यक दवाओं जैसी आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता बनी रहनी चाहिए।