गाजियाबाद, यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) पर चल रहे किसान आंदोलन में बुधवार को संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की 130वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर बड़ी संख्या में बाबा साहेब के समर्थक आंदोलन स्थल पर मौजूद रहे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत और भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने बाबा साहेब की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्घांजलि दी और बाबा साहेब को याद किया। राकेश टिकैत ने कहा कि वर्तमान सरकार को बाबा साहब के द्वारा लिखित भारत के संविधान की नहीं बल्कि कम्पनियों की ज्यादा परवाह और जरूरत है। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले तो गलत फहमी में हैं कि देश में उनकी सरकार है। सरकार तो कंपनी की है, भाजपा वाले अपनी पार्टी ही बचा लें, उतना ही बहुत है।
देश में जब किसी पार्टी की सरकार होती है तो वह आंदोलनकारियों से बात करती है। उन्होंने बाबा साहेब की जयंती पर देशवासियों से आव्हान किया, कंपनी राज से “संविधान बचाओ किसान बचाओ,” तभी बाबा साहेब के द्वारा लिखित संविधान की रक्षा होगी, जमीन की रक्षा होगी और अपने स्वाभिमान की रक्षा होगी। उन्होंने मिसाल देते हुए कहा कि पहले एक ईस्ट इण्डिया कम्पनी देश में आई थी, उसने वर्षों देश को गुलाम बनाए रखा। अब तो जाने कितनी कम्पनियां कॉन्ट्रेक्ट के नाम पर देश में प्रवेश कर रही हैं। जिन्हें देश को लूटने का काम सौंपा गया है। देश को बेचने का काम किया जा रहा है। अब इनके खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना होगा।
जीना कोई बड़ी बात नहीं। बड़ी बात है स्वाभिमान से जीना। अधिकार के साथ जीना। संघर्ष करके जीना। मैने इन बातों को अपने जीवन में आत्मसात कर लिया है। क्योंकि बाबा साहेब अंबेडकर कहते थे कि अगर गुलाम अगर गुलामी का अहसास कर ले जाए, वह अपनी बेड़ियां स्वयं काट लेगा। यह बात मैं किसानों से भी कहता हूं कि जो किसान इस देश की रीढ़ है, जो किसान इस देश का अन्नदाता है, जो किसान इस देश का भगवान है, अगर उसके भी अधिकार भी छीन लिए जाएं तो उसे समझ लेना चाहिए कि वह इस देश में गुलाम हो गया है। गुलाम वही होता है जिसके अधिकार नहीं होते। आज आपके अधिकारों पर डाका पड़ा है। यानी आप आज गुलामी की श्रेणी में आ गए। इसलिये उठो और संघर्ष करो। यह बातें बुधवार को बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर गाजीपुर बार्डर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने कहीं।
भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने मंच से कहा कि आज के दौर में देश को बचाने के लिये संविधान को बचाना जरूरी है। इस जोर जुल्म की सरकार को सबक सिखाना जरूरी है। हम किसानों के साथ खड़े हैं। बहुजन एकता दिवस के रूप में “संविधान बचाओ किसान बचाओ” का नारा देकर बाबा साहब को याद किया जा रहा है। यह देश की एक ऐतिहासिक घटना है। चंद्रशेखर ने कहा कि किसानों के साथ हम कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं उन्होंने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए ललकारा की फूट डालो, राज करो की नीति को देशवासी समझ गए हैं। मोदी इस भूल में ना रहें। समाज में फूट डालकर राज करोगे, अब तुम्हारी तानाशाही और उत्पीड़न का जवाब देने के लिए हर- जाति बिरादरी का नागरिक एक हो चुका है। आज देश की अखंडता को बचाने रखने की जरूरत है।
संजीव माथुर ने कहा कि बाबा साहब ने जमीन के अधिकार को मौलिक अधिकार की श्रेणी में रखा था। आज किसानों की जमीनों को छीना जा रहा है। संविधान मूल्यों का पालन नही हो रहा है। आरक्षण को भी साजिश के तहत समाप्त किया जा रहा है।
भाकियू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र मलिक ने बताया कि बाबा साहेब की जयंती पर गाजीपुर बार्डर पर सतपाल चौधरी, जगतार सिंह बाजवा, भाकियू प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन, कमलेश, शशि भूषण, परमजीत कौर, सुरिंदर कौर, विपिन चौधरी, इमरान खान और दुष्यन्त गौतम,रास्ट्रीय सचिव महेंद्र चरौली आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे। संजीव माथुर ने मंच संचालन किया। मुंबई से फिल्म प्रोड्यूसर और आंबेडकर के मानस पुत्र रॉबर्ट भी पहुंचे थे।