सहारनपुर: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव और कोरोना को लेकर अहम जिम्मेदारी संभाल रहे IAS लव कुमार अग्रवाल के छोटे भाई अंकुर अग्रवाल का सोमवार देर शाम सरसावा थानाक्षेत्र के पिलखनी स्थित उनकी फैक्ट्री के समीप शव मिला शरीर पर गोली के निशान मिले है। वह सुबह 11 बजे घर से फैक्ट्री के लिए निकले थे लेकिन उनका पता नहीं चल रहा था। पुलिस सर्विलांस के जरिए उनको तलाश रही थी। इसी दौरान अंकुर का शव बरामद हुआ। पर घर के लोगों ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। पंचनामा भरने के बाद पुलिस ने शव घर वालो को दे दिया ।
सदर बाजार थानाक्षेत्र के मोहल्ला ग्रीन पार्क निवासी केजी अग्रवाल शहर के प्रसिद्ध सीए (चार्टर्ड एकाउंटेंट) हैं। उनके एक बेटे लव कुमार अग्रवाल आइएएस हैं। वह आंध्र प्रदेश कैडर के हैं। वहीं, दूसरे बेटे अंकुर अग्रवाल पिलखनी में प्रथम मेटल इंडस्ट्रीज नाम से फैक्ट्री चला रहे थे। इस फैक्ट्री में बैट्री में पडऩे वाले लेड बनाने का काम होता है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह 45 वर्षीय अंकुर अग्रवाल अपने घर से निकले। इसके बाद उन्होंने किसी का फोन रिसीव नहीं किया।
लोकेशन पिलखनी की मिली
दोपहर में अंकुर अग्रवाल के घर वालों ने एसएसपी को अंकुर अग्रवाल के लापता होने की सूचना दी। पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन लेनी शुरू की। लोकेशन पिलखनी की मिली, लेकिन सही लोकेशन नहीं मिलने के कारण पुलिस उन्हें तलाशने में नाकाम रही। शाम पांच बजे एक युवक ने अंकुर अग्रवाल का शव एक खेत में पड़ा देखा। फैक्ट्री कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस जांच में पता चला कि अंकुर अग्रवाल की कनपटी पर गोली लगी थी। उनकी लाइसेंसी पिस्टल बराबर में पड़ी थी।
प्रथम दृष्टया आत्महत्या : एसएसपी
एसएसपी डा. एस चन्नपा ने बताया कि अंकुर अग्रवाल के लापता होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने उनकी तलाश की। बाद में पता चला कि उनका शव एक खेत में पड़ा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया, लेकिन उनके घर वालों ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। पंचनामा भरकर शव घर वालों को दे दिया गया। शव के पास पिस्टल मिलने से प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। अंकुर के मोबाइल की तलाश की जा रही है।