आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि अगर आप दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतती है और सत्ता में बनी रहती है तो मनीष सिसोदिया उपमुख्यमंत्री के रूप में वापस आएंगे। यह बयान जंगपुरा में एक सार्वजनिक रैली के दौरान दिया गया, जब केजरीवाल सिसोदिया के लिए प्रचार कर रहे थे। सिसोदिया, जंगपुरा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा, “हर कोई कह रहा है कि दिल्ली में आप की सरकार बनेगी। हमारी अगली सरकार में भी मनीष सिसोदिया उपमुख्यमंत्री होंगे।”
सिसोदिया को अपना “सेनापति और छोटा भाई” बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर वे तीसरी बार राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता में आए तो वे सरकारी स्कूलों की सूरत बदल देंगे और बच्चों के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करेंगे।
केजरीवाल ने मतदाताओं से समझदारी से चुनाव करने का आग्रह किया और विपक्षी उम्मीदवारों को चुनने के खिलाफ चेतावनी दी। उन्होंने विपक्ष के ट्रैक रिकॉर्ड पर कटाक्ष करते हुए कहा, “पिछली बार, भाजपा के विधायक आठ निर्वाचन क्षेत्रों में जीते थे और उन्होंने उन क्षेत्रों को गंदगी में बदल दिया। उन्होंने कोई काम नहीं होने दिया। अगर आप गलती से भी भाजपा को वोट देते हैं, तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा।”
सिसोदिया ने केजरीवाल के आत्मविश्वास को दोहराते हुए कहा कि उनके चुनाव से जंगपुरा के निवासियों को सशक्त बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, “अगर मैं जीतता हूं, तो सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि जंगपुरा का हर भाई-बहन उपमुख्यमंत्री बनेगा। यहां किसी भी व्यक्ति का एक कॉल किसी भी सरकारी कार्यालय में अपना काम करवाने के लिए पर्याप्त होगा। कोई भी अधिकारी उपमुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र से आए कॉल को अनदेखा करने की हिम्मत नहीं करेगा।”
मतदाताओं को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो वह सरकारी स्कूल बंद कर देगी।
उन्होंने कहा, “मनीष सिसोदिया और मैंने स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम किया है। अब भाजपा कह रही है कि अगर वे सत्ता में आए तो स्कूलों को बंद कर देंगे। आपको स्कूल बनाने वाली पार्टी और स्कूल बंद करने वाली पार्टी के बीच चुनाव करना होगा।”
जंगपुरा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे मनीष सिसोदिया को दिल्ली शराब नीति मामले में उनकी कथित भूमिका के लिए 2023 में गिरफ्तार किया गया था। करीब 17 महीने जेल में बिताने के बाद उन्हें 2024 में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
उन्होंने पहले दावा किया था कि जब वे तिहाड़ जेल में बंद थे, तब भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की पेशकश की थी। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर वे भाजपा में शामिल नहीं हुए तो उन्हें लंबी जेल की सजा होगी। मनीष ने कहा कि उनसे कहा गया था, “भाजपा में शामिल हो जाओ, हम आप विधायकों को तोड़ देंगे, हम तुम्हें मुख्यमंत्री बना देंगे।”